इलाके में आतंकियों के छिपे होने की गुप्त सूचना मिली थी। इसके बाद आतंकियों के पकड़ने के लिए सेना, विशेष ऑपरेशन समूह (एसओजी) और केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) की संयुक्त टीम ने जाल बिछाया। रविवार सुबह तड़के जवानों ने तलाशी शुरू की और जब वह आतंकी ठिकाने के पास पहुंचे, तो वहां मौजूद आतंकियों ने घेराबंदी तोड़ भागने के लिए उन पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवानों ने भी अपनी पोजीशन ली और पलटवार किया। फिलहाल, आतंकियों की मौत से पैदा हालात को देखते हुए प्रशासन ने पूरे इलाके में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही अफवाहों पर काबू पाने के लिए मोबाइल इंटरनेट सेवाओं पर रोक लगा दी है। मारे गए आतंकियों की पहचान नवाज अहमद निवासी रेबन और यावर वानी निवासी बटनूर पुलवामा के रूप में हुई है।
इसी साल जून माह के दौरान आतंकी बनने वाला नवाज अहमद एमए उर्दू का छात्र था। यावर गत अगस्त माह में आतंकी संगठन में शामिल हुआ था। मुठभेड़ स्थल से एक एसाल्ट राइफल और एक पिस्तौल बरामद हुई है।
इससे पहले शनिवार को नौगाम रेलवे स्टेशन से पुलिस ने एक महिला आतंकी को गिरफ्तार किया। सुरक्षा एजेंसियां उससे पूछताछ में जुटी हुई हैं।
एक अन्य घटनाक्रम में दक्षिणी कश्मीर के शोपियां जिले में आतंकियों ने पांच युवाओं का अपहरण कर लिया। इनमें से एक की हत्या कर दी गई। उसकी सिर कटी लाश शनिवार को पास के बगीचे से बरामद हुई। आतंकियों ने दो युवाओं को छोड़ दिया, जबकि दो अन्य युवक अब भी लापता हैं।