घटना एट थाना क्षेत्र के ग्राम वर्ध में घटित हुयी है। बताया गया कि वर्ध ग्राम के रहने वाले विनोद कुमार निरंजन अपनी बहन की फसल की जुताई करने खेत पर गया हुआ था और विनोद की माँ खेत पर चारा काटने गई हुयी थी। घर में केवल विनोद की पत्नी सुंदरी, उसकी 5 साल की पुत्री झलक और 3 साल का मासूम अनमोल अकेले थे। इस दौरान सुंदरी ने अपने दोनों मासूम बच्चों को घर के आँगन में बने कुये में फेंक दिया और खुद कमरे में जाकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इसके बारे में तब पता चला जब शाम के समय सुंदरी की सांस खेतों से लौटी तो घर के अंदर का मंजर देख कर उसकी चीख निकल पड़ी। इसके बाद पूरे गाँव के लोगों का हुजूम उसके घर में उमड़ पड़ा। घर के अंदर बहू सुंदरी को फाँसी पर लटकता देख बच्चों को खोजा तो घर के आँगन में बने कुये में दोनों मासूम के शव पानी में उतराते देखा। ग्रामीणों ने कुये से दोनों मासूम के शव बाहर निकाले और सूचना पुलिस व मृतका के पति विनोद को दी।
घर पहुंचे पति विनोद ने बताया कि वह तो खेती जोतने गया था और उनके बीच ऐसा कुछ नहीं था कि इस तरह की घटना घट सके। वही उसने बताया कि उसकी पत्नी पर भूत प्रेत का साया भी था, इसीलिये वह बालाजी का दरबार भी घर लाये थे और उसकी पत्नी बालाजी जाने की भी बात कह रही थी। इस जानकारी के बाद एट के थानाध्यक्ष चंद्र शेखर दुबे पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने मामले की जांच शुरू कर दी। वही जांच के दौरान पुलिस को एक सुसाईड नोट भी मिला। जिस आधार पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी।
दिल दहला देने वाली इस घटना की जानकारी मिलने पर झांसी मण्डल के डीआईजी जवाहर सिंह एसपी अमरेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ग्राम वर्ध हकीकत जानने पहुंचे। इस मामले में डीआईजी जवाहर सिंह का कहना है प्रथम द्रष्टया यह आत्महत्या है और वहाँ से एक सुसाईट नोट भी मिला है जिससे ऐसा लग रहा है कि दोनों के आपसी संबंध ठीक नहीं थे इसी कारण यह आत्महत्या महिला ने की है। फिलहाल महिला के मायके वाले अभी तक नहीं आए है और उनसे भी बात करने के बाद सही परिणाम सामने आएंगे। फिलहाल अभी तीनों शवों का पंचनामा भरकर पोस्टमार्टम की कार्यवाही की जा रही है।