script‘औद्योगिक विकास को बले मिले और पर्यटन का गति’ | Patrika News
जैसलमेर

‘औद्योगिक विकास को बले मिले और पर्यटन का गति’

राजस्थान पत्रिका के जन प्रहरी अभियान के तहत मंगलवार को जैसलमेर और पोकरण क्षेत्र में समीक्षा बैठक हुई। बैठक में विभिन्न क्षेत्रों से आए जन प्रहरियों ने क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात कही, साथ ही समस्याओं पर चर्चा करते हुए उनके समाधान पर भी मंथन किया।

जैसलमेरApr 30, 2024 / 08:30 pm

Deepak Vyas

jan parhari news
राजस्थान पत्रिका के जन प्रहरी अभियान के तहत मंगलवार को जैसलमेर और पोकरण क्षेत्र में समीक्षा बैठक हुई। बैठक में विभिन्न क्षेत्रों से आए जन प्रहरियों ने क्षेत्र से जुड़े मुद्दों पर अपनी बात कही, साथ ही समस्याओं पर चर्चा करते हुए उनके समाधान पर भी मंथन किया। जैसलमेर में आयोजित बैठक में औद्योगिक विकास, पर्यटन, पानी-विद्युत, महिला शिक्षा, ग्रामीण विकास, युवाओं को रोजगार जैसे मद्दों पर चर्चा की गई। बैठक में पर्यटन क्षेत्र से जुड़े अविनाश बिस्सा ने पर्यटन के क्षेत्र में विकास की संभावना पर प्रकाश डाला और कहा कि स्वर्णनगरी को विश्व स्तरीय पहचान पर्यटन के कारण ही मिली है। यदि पर्यटन के क्षेत्र में विकास को लेकर संभावनाओं को तलाशा जाए तो बेहतर परिणाम मिल सकेंगे। उन्होंन जिले में औद्योगिक विकास के संबंध में भी सुझाव दिए। अधिवक्ता रजिया मेहर ने ग्रामीण क्षेत्र से जुड़ी समस्याओं के समाधान की बात रखी। उन्होंने कहा कि हकीकत यह है कि आज भी दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों में पहुंचना सहज नहीं है, जैसलमेर विकास के पथ पर बढ़ रहा है, तो ग्रामीण क्षेत्रों का विकास भी जरूरी है। उन्होंने महिला शिक्षा व महिला सुरक्षा से जुड़े मुद्दों पर भी अपनी बात रखी। बैठक में पूर्व पार्षद मगन सैन ने मरु प्रदेश में पानी व बिजली से जुड़ी समस्याओं पर बूंदावार प्रकाश डालते हुए इनके निवारण के लिए सक्रिय प्रयासों की जरूरत पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि विकास के लिहाज से आज भी सरहदी जिला विकासशील है। अभी कई समस्याओं का समाधान किया जाना है। उन्होंने युवाओं को रोजगार से जोडऩे के लिए प्रभावी योजना तैयार करने व इसे मूर्त रूप देने की बात कही। राजस्थान पत्रिका के जन प्रहरियों की बैठक पोकरण में भी हुई। मंगलवार को पोकरण में हुई बैठक में पूर्व पार्षद विजय व्यास ने क्षेत्र की समस्याओं को रखा। उन्होंने कहा कि तीन दशक पूर्व पोकरण में नमक उद्योग संचालित होता था, लेकिन रेलवे की ओर से पीस मील लोडिंग बंद होने के कारण यह उद्योग बंद हो गया। यदि यह उद्योग पुन: शुरू किया जाता है, तो सैकड़ों लोगों को रोजगार मिल सकेगा। उन्होंने सफाई, सीवरेज सहित अन्य समस्याओं की जरुरतों पर भी बल दिया। माड़वा सरपंच फजलदीन मेहर ने कहा कि पोकरण के गांव व ढाणियों में आज भी पेयजल की सस्या है। पानी-बिजली को लेकर विशेष योजना बनाकर समाधान की योजना बनाई जा रही है। इस दौरान शिक्षा व चिकित्सा पर भी बात कही।

Home / Jaisalmer / ‘औद्योगिक विकास को बले मिले और पर्यटन का गति’

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो