गिरोह को लोगों के बैंक खाता और मोबाइल नंबर देने के मामले में गिरफ्तार जयसिंहपुरा खोर निवासी दिलीप भी सबसे पहले मोनिका के ही संपर्क में आया था। उसने पुलिस को पूछताछ में बताया कि दिल्ली में मौज-मस्ती करने के दौरान वह मोनिका से मिला था। इसके बाद दिलीप और उसके साथियों की ओर से आयोजित पार्टियों में भी मोनिका अपनी अन्य सहेलियों के साथ कई बार जयपुर भी आ चुकी है। दिलीप के ज्यादातर साथी निजी बैंक और कॉल सेंटर में काम करते हैं। इसके चलते मोनिका ने उसे भी कमीशन का लालच देकर नाइजीरियन गिरोह से जोड़ लिया। मोनिका और उसकी सहेलियों को गिरफ्तार करने के लिए क्राइम ब्रांच का एक दल अभी दिल्ली में ही डेरा डाले हुए है।
नाइजीरियन गिरोह से जुड़े दिल्ली, जयपुर सहित अन्य शहरों के युवक-युवतियों को भी नामजद कर लिया गया है, जिनकी तलाश जारी है। डा. नितिन दीप, एडिशनल कमिश्नर (प्रथम)