मानव तस्करी से जुड़ी इस खबर के बाद राजस्थान पुलिस की नींद उड़ गई है। न सिर्फ मध्यप्रदेश पुलिस ऐसे मामलों की पड़ताल में जुटी हुई है बल्कि राजस्थान पुलिस भी अब ऐसे चंद इलाकों में अपने मुखबिर तंत्र को मजबूत कर रही है और इस गोरखधंधे में शामिल लोगों की पहचान करने में जुटी है।
बीते दिनों पाली के नया हाउसिंग बोर्ड क्षेत्र में झाडिय़ों में छुपी एक युवती को लोगों ने पकड़कर पुलिस के हवाले किया था। पूछताछ में पता चला कि इस युवती को मध्यप्रदेश के भोपाल से 25 हजार रुपए में खरीदा गया और पाली में एक युवक से उसकी शादी करवानी थी। इस पूरे मामले में दीपिका नाम की एक महिला बिचौलिया है।
पुलिस ने इस सम्बंध में मानव तस्करी का मुकदमा औद्योगिक थाने में दर्ज किया। पुलिस ने युवती के परिजनों को भी बुलाया, लेकिन वे यहां नहीं आए, ऐसे में युवती नारी निकेतन में है और जिस महिला पर मानव तस्करी का आरोप है, वह फरार है। पुलिस का कहना है कि पुलिस दल ऐसे गिरोह को पकडऩे के लिए भोपाल जाएगा।
पुलिस का मानना है कि सामान्यत: मारवाड़-गोडवाड़ के कई समाज ऐसे है जिनमें लड़कियों की कमी है। दुल्हन का सपना दिखाकर मानव तस्करी के माफिया मध्यप्रदेश से मात्र बीस से पचीस हजार रुपए में लड़कियां खरीदकर यहां बेच देते हैं। पुलिस पड़ताल में ऐसा भी सामने आया है कि एक लड़की को दो से तीन बार तक बेचा जा रहा है।
मध्यप्रदेश से नाबालिग बच्चे, युवतियां व किशोरियों की तस्करी होती है। छोटे बच्चों को होटलों पर बेच दिया जाता है। वहीं किशोरी व युवतियों को शादी का झांसा देकर आगे से आगे बेचा जाता है।
पानी के पुलिस अधीक्षक आनंद शर्मा ने कबूला है कि एमपी से युवती को 25 हजार में खरीदकर पाली में बेचना सामने आया है। यह गंभीर मामला है, इस पर पुलिस ने मानव तस्करी का मुकदमा भी दर्ज किया है। इसमें एक महिला की भूमिका भी सामने आई है। मानव तस्करी के इस राज को खोलने के लिए मध्यप्रदेश विशेष दल भी भेजा जाएगा।