विषय विशेषज्ञों के मुताबिक भूजल स्तर हर साल औसतन 0.5 मीटर गिर रहा है। भूजल विभाग इसे लेकर जलदाय विभाग को निरंतर जानकारी देता रहा है। यह स्थिति भी चिन्ता बढ़ा रही है।
जयपुर शहर में रोजाना 20 प्रतिशत पेयजल कटौती की जा रही है। पहले 44 करोड़ लीटर पानी प्रतिदिन लिया जा रहा था, जिसे घटाकर 35 करोड़ लीटर करना पड़ा है। पिछले कुछ दिन में बीसलपुर बांध का लेवल 3 सेंटीमीटर कम हो गया है।
2056 ट्यूबवैल संचालित हैं अभी
273 ट्यूबवैल खराब-बंद हैं, जो अब होंगे शुरू
78 नए ट्यूबवैल उत्तरी सर्कल क्षेत्र में बनेंगे
132 नए ट्यूबवैल दक्षिण सर्कल क्षेत्र में होंगे केवल 2 विकल्प
273 बंद-खराब पड़े ट्यूबवैल: इन्हें ठीक करने का काम शुरू कर दिया गया है। आंकलन है कि इन ट्यूबवैलों के जरिए करीब 40 एमएलडी पेयजल प्रतिदिन अतिरिक्त मिलेगा।
190 नए ट्यूबवैल : शहर में नए ट्यूबवैल खोदने की स्वीकृति के बाद निविदा प्रक्रिया शुरू हो गई है। अगले माह से काम शुरू हो जाएगा। इससे रोजाना करीब 30 एमएलडी पानी मिलेगा।
जलदाय मंत्री सुरेन्द्र गोयल ने कहा, बीसलपुर बांध में पानी की कम आवक हुई। वैकल्पिक इंतजाम कर रहे हैं। जिस तरह सप्लाई हो रही है, वह भी फरवरी तक ही सम्भव है। विधायकों से राय ली है कि कैसे निपटें। पुराने व नए ट्यूबवैलों पर फोकस है। फिर 2 दिन में एक बार पर विचार करेंगे। झोटवाड़ा के विधायक राजपाल सिंह शेखावत ने कहा कि कटौती तो करनी पड़ेगी लेकिन लोगों को अपव्यय रोकने के लिए जागरूक करना होगा। विभाग शहरभर में समान सप्लाई दे।
किशनपोल विधायक मोहनलाल गुप्ता : शहर मेें विभाग क्षेत्रवार कटौती कर रहा है मगर जनसंख्या घनत्व वाले इलाकों पर ध्यान नहीं है। चारदीवारी में एक घर में 20-25, बाहरी इलाकों में 4-5 लोग रह रहे हैं। फिर भी समान कटौती हो रही है। इसे सुधारने को कहा है।
हवामहल विधायक सुरेन्द्र पारीक : शहर में समान कटौती होनी चाहिए, जो नहीं हो रही। जलदाय मंत्री को कहा है कि पानी सीमित है लेकिन कटौती में भेदभाव न हो।
मालवीयनगर विधायक कालीचरण सराफ : एकसाथ 20 प्रतिशत कटौती करना ठीक नहीं है, इससे लोग परेशान होंगे। पहले माह 5, दूसरे माह 10 प्रतिशत की तर्ज पर धीरे-धीरे कटौती बढ़ानी होनी।
विद्याधरनगर विधायक नरपत सिंह राजवी : जयपुर शहर में कहीं 2 घंटे पानी आ रहा है और कहीं आधे घंटे। ऐसे तो नहीं होना चाहिए। सभी जगह कटौती समान रूप से करने को कहा है।