तीनों को शुक्रवार को न्यायालय में पेश किया जाएगा। कोतवाली प्रभारी सुगन सिंह राठौड़ ने बताया कि न्यायालय का फर्जी आदेश लेकर बैंक पहुंचने वाले तेलफैक्ट्री निवासी युवक महेन्द्र प्रजापति व षडय़ंत्र में शामिल रहे युवक जितेश चंदेल को गिरफ्तार कर लिया गया है।
कमल ने बैंक से छह लाख रुपए निकलवाने के लिए जितेश चंदेल को चेक जारी किया था। इस चेक से जितेश ने कमल के एक्सिस बैंक खाते से छह लाख रुपए निकलवाए थे। कहीं ऐसा तो नहीं…
सूत्रों का कहना है कमल को जितेश चंदेल को छह लाख रुपए देने थे। इसके लिए कमल ने उसे चेक जारी कर दिया। जितेश चेक लेकर बैंक पहुंचा तो वहां उसे कमल का खाता सीज होने की जानकारी मिली।
इसी से कमल को भी खुद का खाता सीज होने की मौखिक जानकारी मिली। इसके बाद साजिश के तहत फर्जी आदेश तैयार किए गए तथा महेन्द्र प्रजापति को आदेश की कॉपी थमा कर बैंक पहुंचा दिया गया। हालांकि पुलिस की ओर से जांच जारी है।
यह था मामला पुलिस ने बताया कि 20 सितम्बर 2013 को मुकेश बनाम प्रभुलाल वगैरह प्रकरण 3 लाख 65 हजार 993 की राशि वसूली के लिए न्यायालय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण बारां में प्रस्तुत किया गया था।
इसमें प्रार्थी के निवेदन पर न्यायालय की ओर से 28 नवम्बर 2015 को कमल राठौर के एक्सिस बैंक खाते को सीज करने के आदेश दिए। इसके बाद भी राजिनामा से प्रकरण का निस्तारण होने के आदेश बैंक में भेज दिए।
बैंक की ओर से 29 जनवरी 2016 को अधिकरण को सूचना दी कि इस अधिकरण के 28 जनवरी 2016 को जारी आदेश की अनुपालना में उपरोक्त खाते को निमुक्त कर दिया गया है।