समाज के अध्यक्ष सरदार अजयपाल सिंह ने बताया कि १९८४ में सिखों पर जो हत्याचार हुआ था, वह भारतवर्ष में बहुत ही शर्मनाक घटना थी, लेकिन आज हमें खुशी है, हम दिल्ली हाईकोर्ट के आभारी है, जिन्हेंाने आरोपी को सजा सुनाई। ३५ साल बाद उन लोगों को न्याय मिला है, जिनके परिजन इस घटना के शिकार हुए हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि उन्हेांने इस मामले को लेकर एक कमेटी गठित की, जिससे हमें न्याय मिलना। उन्हेांने मांग करते हुए कहा कि अब जो भी इस घटना में लिप्त थे उन्हें भी सख्त से सख्त सजा मिले। अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष सरदार जसबीर सिंह ने कहा कि इन दंगों में जिनके घर उजड़े थे, सरकार उनका पुनर्वास करें। वहीं प्रभावितों को उचित मुआवजा दिया जाए। राजस्थान यूथ विंग के अध्यक्ष सरदार देवेन्द्रसिंह शंटी ने प्रमुख पार्टियों से मांग की है कि जो भी इस दंगे के आरोपी हैं, उन्हें उच्च पदों पर नहीं बिठाया जाए। उन्होंने कहा कि अगर किसी को उच्च पदों पर बिठाया जाता है तो सिख समाज उसका विरोध करेगा।