विभाग ने इस साल जनवरी से सितंबर अंत तक के आंकड़ों से पिछले साल की तुलना की है। जिसके अनुसार गत वर्ष इस अवधि में स्वाइन फ्लू से 224 मौतें हुई थी। जबकि इस वर्ष यह संख्या सितंबर तक 169 रही। हालांकि विभागीय वेबसाइट के अनुसार 22 अक्टूबर तक स्वाइन फ्लू से 198 मौतें हो चुकी है। विभाग के अनुसार पिछले साल डेंगू से जनवरी से सितंबर तक 14 मौत हुई। जो इस बार 5 ही है। विभाग के अनुसार इन तीनों बीमारियों से पिछले साल की तुलना में जनवरी से सितंबर तक कम लोगों की मौत हुई और कम ही पॉजीटिव पाए गए। पिछले साल सितंबर तक स्वाइन फ्लू और डेंगू से प्रदेश में 238 मौते हुई थी। इस दौरान चिकित्सा मंत्री कालीचरण सराफ, विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव वीनू गुप्ता, राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के मिशन निदेशक नवीन जैन सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे। इस साल प्रदेश में स्क्रब टाइफस से 30 मौतें होना बताया गया है।
स्वाइन फ्लू से पिछले साल 224 मौतें हुई थी इस साल सितंबर तक 169 मौतें स्वाइन फ्लू से
इस साल अब तक 198 मौतें हो चुकी है
डेंगू से पिछले साल 14 मौतें हुई थी
इस साल अब तक 5 मौतें हुई है।
इस साल अब तक 198 मौतें हो चुकी है
डेंगू से पिछले साल 14 मौतें हुई थी
इस साल अब तक 5 मौतें हुई है।
डेंगू उपचार हेतु पर्याप्त दवाईयां एवं रैपिड रेस्पोंस टीम प्रदेश में इस वर्ष अब तक 4506 डेंगू पॉजिटिव के मामले आये हैं। जबकि गत वर्ष इस अवधि में 5605 डेंगू पॉजिटिव पाए गये थे। इस वर्ष प्रदेश में अब तक 1677 व्यक्ति स्क्रब टाइफस एवं 228 व्यक्ति चिकनगुनिया पॉजिटिव पाए गए हैं। मलेरिया के कुल 4342 नमूने पॉजिटिव पाए गए हैं। इस वर्ष अब तक 20 हजार से अधिक स्वाइन फ्लू नमूनों की जांच में 1950 स्वाइन फ्लू पॉजिटिव पाए गए हैं। इस वर्ष सितम्बर माह तक 1653 पॉजिटिव पाए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष सितंबर माह तक 2832 पॉजिटिव पाए गए थे।