विधानसभा सत्र में दो विधायकों को स्वाइन फ्लू होने से विभाग में खलबली मची हुई है और चिकित्सा मंत्री विभाग की नाकामी को छिपाने के लगातार दावा कर रहे हैं कि चिंता की कोई बात नहीं है, समय पर जांच कराने से स्वाइन फ्लू का उपचार आसानी से हो जाता है।
राजधानी जयपुर में इस साल भी स्वाइन फ्लू ने कहर बरपा दिया है। राजधानी जयपुर में 50 दिन में 31 मौत हो चुकी हैं। वहीं 650 से ज्यादा लोग स्वाइन फ्लू का दर्द झेल रहे हैं।
विधानसभा में नजर आने लगे भूत-प्रेत, विधायकों ने कहा कराओ धार्मिक अनुष्ठान मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी जयपुर प्रथम से मिली जानकारी के अनुसार स्वाइन फ्लू के मामले जयपुर में ज्यादा आ रहे हैं क्योंकि यहां जांच सुविधाएं अन्य जिलों के मुकाबले ज्यादा मजबूत हैं।
किसान आन्दोलन कुचलने के लिए 179 गिरफ्तारी, कई जगह रास्ता जाम वहीं गुरुवार को भी सीएमएचओ जयपुर प्रथम की टीम ने विधानसभा पहुंच कर विधायकों की स्क्रीनिंग की और विधायकों की सेहत की जानकारी ली। शाम तक विधानसभा की डिस्पेंसरी में चार और विधायकों ने स्वाइन फ्लू जांच के लिए सैंपल दिए, लेकिन जांच के बाद किसी भी विधायक के स्वाइन फ्लू की पुष्टि नहीं हुई। वहीं बताया जा रहा है कि कि स्वास्थ्य विभाग अब हर घंटे प्रत्येक जिले से स्वाइन फ्लू के मरीजों की रिपोर्ट लेकर उच्च अधिकारियों तक भेजेंगे।