प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (
PM Narendra Modi ), राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (
President Ramnath Kovind ) ने उनके घर पहुंच श्रद्धांजलि दी। BJP मुख्यालय में भी उनके पार्थिव शरीर को अंतिम दर्शन के लिए रखा गया। सुषमा स्वराज का पार्थिव देह देखकर प्रधानमंत्री भी अपने आपको नहीं रोक पाए। उनकी आंखों से आंसू छलकने लग गए। 14 फरवरी 1952 को जन्मीं सुषमा स्वराज के नाम कई कीर्तिमान हैं, जिसे अब देश याद करेगा।
सुषमा स्वराज का राजस्थान से भी गहरा नाता रहा है। राजस्थान की पूर्व सीएम वसुंधरा राजे (
Vasundhara Raje ) ने
tweet करते हुए शोक व्यक्त किया। राजे ने ट्वीट में लिखा कि मैंने एक बड़ी बहन को खो दिया।
सुषमा स्वराज के निधन पर राजे ने एक के बाद एक पांच ट्वीट कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। एक ट्वीट में उन्होंने विजयाराजे सिंधिया ( Vijaya Raje Scindia ) का भी जिक्र करते हुए कहा कि ‘मेरी मां, राजमाता विजयाराजे सिंधिया जी से आदरणीया सुषमा जी को गहरा लगाव था। सामाजिक जीवन में ही नहीं व्यक्तिगत जीवन में भी दोनों के बीच अच्छे रिश्ते थे। राजमाता साहब की तरह सुषमा जी भी एक मधुर व ओजस्वी वक्ता थीं जो दिल से बोलती थीं’
cabinet minister ) बनी थीं। वह 1977 से 1979 तक सामाजिक कल्याण, श्रम और रोजगार जैसे 8 मंत्रालय मिले थे. जिसके बाद 27 साल की उम्र में 1979 में वह हरियाणा में जनता पार्टी की राज्य अध्यक्ष बनी थीं।
सुषमा स्वराज के नाम ही राष्ट्रीय स्तर की राजनीतिक पार्टी की पहली महिला प्रवक्ता होने का गौरव प्राप्त था। इसके अलावा सुषमा स्वराज पहली महिला मुख्यमंत्री, केंद्रीय कैबिनेट मंत्री और विपक्ष की पहली महिला नेता थीं. इंदिरा गांधी के बाद सुषमा स्वराज दूसरी ऐसी महिला थीं, जिन्होंने विदेश मंत्री का पद संभाला था. बीते चार दशकों में वे 11 चुनाव लड़ीं, जिसमें तीन बार विधानसभा का चुनाव लड़ीं और जीतीं. सुषमा सात बार सांसद रह चुकी थीं।
वसुंधरा राजे ने ट्वीट कर दी श्रद्धांजलि..