गोस्वामी ने बताया कि उनके पास लव, अर्रेंज, सेकंड मैरिज के केसेज भी आ रहे हैं। लड़का व लड़की ज्यादातर मामलों में यह जांच पड़ताल करवा रहे हैं कि व्यक्ति का सोशल नेटवर्क किस प्रकार का हैं, क्या उसका अन्य किसी जगह किसी भी प्रकार का कोई अफेयर है। उसकी नौकरी -तनख्वाह सही या नहीं, ऑफिस रेपुटेशन कैसी है। वे किसी गलत प्रकार की लत के शिकार है या नहीं। जिनकी शादियां हो गयी हैं उनमें अधिकतर पति-पत्नी एक्स्ट्रा मैरिटल स्टेट्स चेक करने के लिए पड़ताल करवा रहे हैं।
जूनियर इन्वेस्टिगेटर नवनीत गिरी ने बताया कि बहुत बार लोग शादी करने के लिए कई झूठ बोल देते हैं, जिनका खुलासा बाद में होता हैं। इन सबसे से व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य पर भी काफी प्रभाव पड़ता है। इसलिए वे पहले ही डिटेक्टिव एजेंसीज की मदद ले रहे हैं। केस के अनुसार शुल्क तय किया जाता हैं। देश-विदेश में इन्वेस्टिगेशन का शुल्क 4 हजार से लेकर 5 लाख तक है।
कुछ समय पहले आए एक केस में कनाडा निवासी हर्ष (परिवर्तित नाम) ने जयपुर में रिश्ता भेजा। 3-4 महीनों की बातचीत के बाद युवती को कुछ संदेह होता है, इसके बाद युवती के घरवालों ने जानकारी निकालने के लिए डिटेक्टिव एजेंसी की मदद ली, तब पता चला युवक ने कनाडा में पहले से ही एक विदेशी महिला से शादी की हुई थी।
अर्पित (बदला हुआ नाम) ने बताया कि रिश्ते के दौरान युवती ने उन्हें बताया कि वे किसी भी प्रकार का नशा नहीं करती है, लेकिन मिलने पर अक्सर युवक को संदेह होता था। इसकी पुष्टि के लिए उन्होंने जासूस की मदद ली। पड़ताल में सामने आया कि युवती नशा करती है।