20 कार्यालयों में लगाए सोलर सिस्टम जानकारी के अनुसार स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत शहर के 20 राजकीय कार्यालय भवनों की छतों पर सोलर सिस्टम लगाए गए हैं। जिनकी क्षमता करीब 2 मेगावाट है। इन सोलर सिस्टम्स को इंस्टॉल करने में 18 करोड़ रूपए की लगात आई थी। 2 मेगावॉट क्षमता वाले सौर उर्जा संयंत्रों से अब तक जितनी बिजली का उत्पादन हुआ है, उससे जयपुर स्मार्ट सिटी प्राइवेट लिमिटेड को 60 लाख रूपए की आय हुई है। और इतनी ही कमाई उन सरकारी कार्यालयों को हुई है, जहां पर सोलर पावर प्लांट इंस्टॉल किए गए थे। अब तक के आंकड़े के मुताबिक जयपुर के 20 सरकारी कार्यालयों में सोलर पावर प्लांट लगाने से 1.20 करोड़ रूपए का बिजली उत्पादन हो चुका है।
सभी कार्यालयों में सौर उर्जा पर फोकस
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए सौर उर्जा सयंत्रों की कामयाबी को देखते हुए अब राजधानी के सभी कार्यालयों में सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना पर काम चल रहा है। सरकारी कार्यालयों का बिजली खर्च कम करने के लिए जल्द ही सौर उर्जा सयंत्र लगाए जाएंगे। इसके लिए स्मार्ट सिटी परियोजना का मॉडल अपनाया जाएगा। जिन कार्यालयों में बिजली खपत कम होगा और सोलर पावर प्लांट विद्युत उत्पादन ज्यादा होगा, वे कार्यालय अपनी बिजली बेच भी सकेंगे। इससे ना सिर्फ कार्यालयों का बिजली बिल कम होगा, बल्कि कमाई का जरिया भी मिलेगा।
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत लगाए गए सौर उर्जा सयंत्रों की कामयाबी को देखते हुए अब राजधानी के सभी कार्यालयों में सोलर पावर प्लांट लगाने की योजना पर काम चल रहा है। सरकारी कार्यालयों का बिजली खर्च कम करने के लिए जल्द ही सौर उर्जा सयंत्र लगाए जाएंगे। इसके लिए स्मार्ट सिटी परियोजना का मॉडल अपनाया जाएगा। जिन कार्यालयों में बिजली खपत कम होगा और सोलर पावर प्लांट विद्युत उत्पादन ज्यादा होगा, वे कार्यालय अपनी बिजली बेच भी सकेंगे। इससे ना सिर्फ कार्यालयों का बिजली बिल कम होगा, बल्कि कमाई का जरिया भी मिलेगा।
सौर उर्जा के लिए जयपुर मुफीद
सोलर पावर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि जयपुर में ज्यादातर आसमान साफ रहता है। पूरे साल सूर्य की धूप मिलने के कारण यहां सौर उर्जा उत्पादन की प्रचूर संभावनाएं हैं। जयपुर में सर्दियों के मौसम में भी आसमान साफ रहता है, जिससे सोलर पावर प्लांट का उत्पादन प्रभावित नहीं होता है। जबकि ज्यादातर इलाकों में सर्दियों के मौसम में सौर उर्जा का उत्पादन बाधित होता है।
सोलर पावर से जुड़े विशेषज्ञों का कहना है कि जयपुर में ज्यादातर आसमान साफ रहता है। पूरे साल सूर्य की धूप मिलने के कारण यहां सौर उर्जा उत्पादन की प्रचूर संभावनाएं हैं। जयपुर में सर्दियों के मौसम में भी आसमान साफ रहता है, जिससे सोलर पावर प्लांट का उत्पादन प्रभावित नहीं होता है। जबकि ज्यादातर इलाकों में सर्दियों के मौसम में सौर उर्जा का उत्पादन बाधित होता है।