script

एम्पलॉइमेंट देने वाला दूसरा सेक्टर एमएसएमई

locationजयपुरPublished: Nov 07, 2019 10:23:19 pm

Submitted by:

Khusendra Tiwari

-पिंकसिटी में हुई एमएसएमई समिट

एम्पलॉइमेंट देने वाला दूसरा सेक्टर एमएसएमई

एम्पलॉइमेंट देने वाला दूसरा सेक्टर एमएसएमई

जयपुर. एग्रीकल्चर के बाद एम्पलॉइमेंट देने वाला दूसरा सेक्टर-फिक्की की ओर से हुई तीसरी एमएसएमई समिट ‘एमएसएमई 2022- फोर्जिंग द फ्यूचरÓ मेंजयपुर. बाजार में किसी भी प्रोडेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए उसकी गुणवत्ता महत्वपूर्ण होती है। एमएसएमई उद्यमियों को सलाह दी कि उन्हें मार्केटिंग के साथ- साथ अपने उत्पादों की गुणवत्ता पर भी ध्यान देना चाहिए। कुछ इसी तरह के विचार गुरुवार को फैडरेशन ऑफ इंडियन चैम्बर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) की ओर से आयोजित एमएसएमई समिट में राज्यपाल कलराज मिश्र ने रखे। समिट के तीसरे संस्करण के दौरान जहां एमएसएमई सेक्टर को समझा। वहीं इसके साथ इससे जुड़े अन्य पहलूओं पर भी चर्चा की। उन्होंने आगे कहा कि एमएसएमई से जुड़े लोगों को उद्यमिता कौशल के साथ व्यापारिक बाधाओं का सामना करने एवं उनसे निपटने में सक्षम बनना चाहिए। उन्हें सरकार पर अत्यधिक निर्भरता की उम्मीद नहीं करनी चाहिए । इसके बाद मिश्र ने एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए बैंकिंग क्षेत्र को इनके प्रति अधिक सहायक होने की अपील की। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि वित्तीय सहायता के संदर्भ में यदि जरूरत हुई तो ऐसी इकाइयों को बढ़ावा देने के लिए मापदंडों एवं दिशानिर्देशों पर पुनर्विचार किया जा सकता है। समिट ‘एमएसएमई 2022: फोर्जिंग द फ्यूचरÓ थीम पर आयोजित की गई। राज्यपाल ने आगे कहा कि देश में रोजगार उत्पन्न करने के संदर्भ में कृषि क्षेत्र के बाद एमएसएमई क्षेत्र दूसरे स्थान पर आता है। मात्र 20 प्रतिशत निवेश से यह क्षेत्र 80 फीसदी रोजगार उत्पन्न करता है। चैलेंजिंग है यह फील्ड कार्यक्रम के दौरान विभिन्न सत्रों में अन्य वक्ताओं ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में फिक्की राजस्थान काउंसिल के सहअध्यक्ष रणधीर विक्रम सिंह ने कहा कि एमएसएमई क्षेत्र में काफी चुनौतियां हैं, लेकिन रोजगार प्रदान करने के इसका महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसी तरह स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के महाप्रबंधक एस. रवि ने कहा कि बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ बैंकों द्वारा अपनी प्रक्रियाओं में बदलाव आ रहा है। प्रक्रियाओं को तेजी से डिजिटल बनाया जा रहा है। यह कोशिश हो रही है कि मार्च 2020 तक एमएसएमई के किसी भी स्ट्रेस्ड लोन अकाउंट को एनपीए घोषित ना करें, बल्कि उनके लोन की रिस्ट्रक्करिंग करें। रिसर्जेंट इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक ज्योति प्रकाश गाडिया ने सरकार और बैंकों से पॉलिसी रिस्ट्रक्कर करने की अपील की। आखिर में फिक्की राजस्थान स्टेट कांउंसिल की एमएसएमई उप-समिति के चेयरमैन रजनीश सिंघवी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।

ट्रेंडिंग वीडियो