प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डे की मौजूदगी में यह मारपीट हुई थी। संदीप चौधरी पर जैसे ही मंच पर चढऩे लगे थे तो कुछ कार्यकर्ताओं ने उनके साथ मारपीट की और उन्हें कार्यक्रम स्थल से बाहर ले गए। कार्यकर्ताओं ने चौधरी की गाड़ी के शीशे भी फोड़ दिए थे। चौधरी ने आरोप लगाया था कि विधानसभा के पूर्व प्रत्याशी आलोक बेनीवाल के समर्थकों ने यह मारपीट की थी। हालांकि बाद में उन्होंने बेनीवाल के साथ ही संयुक्त बयान जारी कर इसे बाहरी लोगों की करतूत बताया था।
दिल्ली किया था तलब
मारपीट के इस मामले को लेकर प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डे को दिल्ली तलब कर लिया गया था। वहां राहुल गांधी ने मामले को लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। हालांकि प्रदेश कांग्रेस ने पहले ही मामले की जांच शुरू कर दी थी।
मारपीट के इस मामले को लेकर प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डे को दिल्ली तलब कर लिया गया था। वहां राहुल गांधी ने मामले को लेकर कार्रवाई के निर्देश दिए थे। हालांकि प्रदेश कांग्रेस ने पहले ही मामले की जांच शुरू कर दी थी।
इस तरह मारपीट जायज नहीं
इस मसले को लेकर आलोक बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ सोमवार को पीसीसी पहुंचे और प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से मुलाकात की। उन्होंने घटनाक्रम के संबंध में पायलट को जानकारी दी। हालांकि पायलट ने साफ कर दिया कि चुनाव में बहुत कम वक्त रह गया है और इस तरह मारपीट करना जायज नहीं है। प्रदेश प्रभारी की मौजूदगी में यह मारपीट की गई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को साफ कर दिया कि विधानसभा में इस सीट से जीत चाहिए।
इस मसले को लेकर आलोक बेनीवाल अपने समर्थकों के साथ सोमवार को पीसीसी पहुंचे और प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट से मुलाकात की। उन्होंने घटनाक्रम के संबंध में पायलट को जानकारी दी। हालांकि पायलट ने साफ कर दिया कि चुनाव में बहुत कम वक्त रह गया है और इस तरह मारपीट करना जायज नहीं है। प्रदेश प्रभारी की मौजूदगी में यह मारपीट की गई है। उन्होंने कार्यकर्ताओं को साफ कर दिया कि विधानसभा में इस सीट से जीत चाहिए।