इस बार आरटीइ में थर्ड जेंडर बच्चों के आवेदनों की संख्या में भी तीन गुणा वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष जहां 11 बच्चों के 45 आवेदन आए थे। इस बार 33 बच्चों के 145 आवेदन आए हैं। वहीं, अनाथ व विकलांगों बच्चों की संख्या में वृद्धि हुई है। पिछले वर्ष जहां 589 अनाथ बच्चों के आवेदन आए थे। इस बार 781 बच्चों के आवेदन आए हैं। वहीं, इस वर्ष 218 विकलांग बच्चों ने अधिक आवेदन किए हैं। हालांकि कैंसर व एचआईवी पीडि़त बच्चों की संख्या घटी है। पिछले वर्ष जहां 698 बच्चों ने आवेदन किए थे। इस वर्ष 642 बच्चों के ही आवेदन आए हैं।
ऐसे देखें अपने बच्चे की वरीयता सूची
अभिभावक लॉटरी के माध्यम से जारी वरीयता सूची को विद्यालयवार प्राइवेट स्कूल वेबपार्टल www. RTE .raj.nic.in के होम पेज पर जाकर वरीयता सूची पर क्लिक करके देख सकते हैं। अभिभावक अपने आवेदन की आईडी नम्बर व मोबाइल नम्बर से लॉगिन करके अपने बालक-बालिका का वरीयता क्रमांक सभी आवेदित विद्यालयों में एक साथ देख सकते हैं। यह सुविधा मोबाइल एप पर भी उपलब्ध है।
अभिभावक लॉटरी के माध्यम से जारी वरीयता सूची को विद्यालयवार प्राइवेट स्कूल वेबपार्टल www. RTE .raj.nic.in के होम पेज पर जाकर वरीयता सूची पर क्लिक करके देख सकते हैं। अभिभावक अपने आवेदन की आईडी नम्बर व मोबाइल नम्बर से लॉगिन करके अपने बालक-बालिका का वरीयता क्रमांक सभी आवेदित विद्यालयों में एक साथ देख सकते हैं। यह सुविधा मोबाइल एप पर भी उपलब्ध है।
4 अप्रेल तक जमा कराएं आवेदन
ऑनलाइन लॉटरी से वरीयता क्रम निर्धारण के बाद प्रवेश के इच्छुक सभी अभिभावकों को 4 अप्रेल तक सम्बन्धित विद्यालय में आवेदन का प्रिंट व संबंधित दस्तावेजों के साथ जमा करवाना है। इसके बाद प्रवेश कार्य प्रारम्भ होगा।
ऑनलाइन लॉटरी से वरीयता क्रम निर्धारण के बाद प्रवेश के इच्छुक सभी अभिभावकों को 4 अप्रेल तक सम्बन्धित विद्यालय में आवेदन का प्रिंट व संबंधित दस्तावेजों के साथ जमा करवाना है। इसके बाद प्रवेश कार्य प्रारम्भ होगा।