कांग्रेस की सरकार आने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने लगातार रिफाइनरी को लेकर कार्य में तेजी लाने की बात कही है। इसके लिए उन्होंने अधिकारियों व केबिनेट की बैठक भी की है।
अब लगने लगा है कि यहां काम हो रहा है। रिफाइनरी को लेकर बीते एक माह से काम में गति दिख रही है लेकिन अभी काम बहुत बाकी है।- विजयङ्क्षसह खारवाल, सरपंच, पचपदरा
७ जनवरी को मुख्यमंत्री ने समीक्षा बैठक ली। ९४४६ करोड़ के कार्य आदेश जारी किए है। ६४१ करोड़ व्यय किए जा चुके हैं। बेसिक डिजाइन इंजीनियरिंग पैकेज का कार्य तीव्र गति से जारी है। रात-दिन कार्य जारी रखते हुए २०२२ तक ४३ हजार १२९ करोड़ की रिफाइनरी तैयार होगी।
– डॉ. बी.एस.राठौड़, निदेशक पेट्रोलियम विभाग
पूर्व सरकार के मन में खोट-
पूर्व सरकार के मन में शुरुआत में खोट थी। सरकार बनने पर चार वर्ष इसे अटकाए रखा। इसकी भरपाई संभव नहीं है। कांग्रेस ने बड़े प्रोजेक्ट की नींव रखी थी, लेकिन श्रेय के चक्कर में पूर्व मुख्यमंत्री ने इसे लटकाए रखा। प्रदेश मुख्यमंत्री अशोक गहलोत रिफाइनरी को लेकर गंभीर है। प्राथमिकता से कार्य करवाया जाएगा।
– मदन प्रजापत, विधायक पचपदरा
रिफाइनरी कार्य की शुरुआत के दौरान प्रधानमंत्री ने जो कहा था, उसे करके दिखाया। ५०० करोड़ के कार्य किए गए। शेष कार्ययुद्ध स्तर पर जारी है। बड़ा प्रोजेक्ट है, शुरुआती कार्य में कुछ समय लगता है। कार्य को लेकर कई करोड़ के टेण्डर स्वीकृत किए गए हैं। भाजपा के प्रयासों के चलते ही पचपदरा में रिफाइनरी कार्य ने गति पकड़ी है। कांग्रेस ने तो झूठी वाहवाही ली है।
-अमराराम चौधरी, पूर्व मंत्री
– दो पॉलीप्रोपिलिन मेट्रिक यूनिट
– १०० से १५० मीटर का जलाशय
– कार्यालय भवन का निर्माण
– इंटरकनेक्टिंग सडक़ों का निर्माण