सोमवार को रोडवेज के श्रमिक संगठनों एटक, सीटू, इंटक, आरएसआरटीसी रिटायर्ड एम्पलाइज एसोसिएशन एवं बीजेएमएम के संयुक्त मोर्चे के प्रतिनिधिमंडल की बैठक प्रबंध निदेशक से हुई। राजस्थान स्टेट रोडवेज एम्पलाइज यूनियन (एटक) के प्रदेश अध्यक्ष एम.एल. यादव ने बताया कि प्रबंध निदेशक में राज्य सरकार से प्राप्त होने वाले 45 करोड़ रुपए का अनुमोदन मुख्यमंत्री से होना बताया है।
अब स्वीकृति का आदेश जारी होने एवं उसके बाद राजकीय कोषालय से राशि रोडवेज के खाते में भेजने की प्रक्रिया चल रही है। राशि 17 अक्टूबर दोपहर तक आ जाएगी। इसके बाद रोडवेज मुख्यालय से शेष 34 यूनिटों (24 यूनिटों का वेतन शुक्रवार को जारी) का वेतन, सभी 58 यूनिटों की पेंशन एवं सभी 58 यूनिटों का बोनस/एक्सग्रेसिया यूनिटों के खाते में डाल दिया जाएगा।
इस प्रकार सितंबर-2017 के वेतन-पेंशन, वित्तीय वर्ष 2016-17 के बोनस/एक्सग्रेसिया का भुगतान सभी श्रमिकों एवं अधिकारियों को दीवाली से पहले तक हो जाएगा।
राजस्थान के ये कर्मचारी बिना वेतन और बोनस के मनाएंगे दिवाली, बढा हुआ डीए भी नहीं मिलेगा गौरतलब है कि संयुक्त मोर्च ने 12 अक्टूबर को प्रदेश में प्रदर्शन कर 16 अक्टूबर से पहले वेतन, पेंशन की मांग की थी। नहीं होने पर कार्य बहिष्कार की चेतावनी भी दी थी। इसे देखते हुए रोडवेज ने कदम बढ़ाए है।
बता दें कि वेतन नहीं मिलने से परेशान 23 हजार रोडवेज कर्मचारी रोजाना कार्यालयों में चक्कर लगा रहे हैं। लेकिन उन्हें यही कहा जा रहा है कि राज्य सरकार से बजट नहीं मिला है। जबकि रोडवेज प्रबंधन माली हालत के चलते पहले ही 3200 करोड़ के घाटे में चल रहा है। ऐसे में राज्य सरकार से बजट मिलने के बाद ही वेतन मिल सकेगा।