बगावती सुर अपनाए हुए हैं शर्मा
पूर्व ओएसडी लोकेश शर्मा विधानसभा चुनाव में कांग्रेस पार्टी से टिकट नहीं मिलने के बाद से बगावती सुर अपनाए हुए हैं। खासतौर से कभी सबसे करीबी नेता रहे पूर्व सीएम अशोक गहलोत के खिलाफ ही शर्मा लगातार हमलावर हैं। शर्मा को कई मामलों में पूर्व सीएम का ‘राज़दार’ भी माना जाता रहा है।
भाजपा में जाने के भी हैं संकेत
पूर्व सीएम अशोक गहलोत के विशेषाधिकारी (OSD) रहे लोकेश शर्मा के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की भी सुगबुगाहट है। सूत्रों के अनुसार लोकेश शर्मा की भाजपा में एंट्री को लेकर कवायद जारी है। उनकी पिछले दिनों भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं से ‘गुपचुप’ मुलाकातें भी होना सामने आया है। बताया जा रहा है कि भाजपा में एंट्री को लेकर उनकी हालिया नियुक्त लोकसभा चुनाव प्रभारी विनय सहस्त्रबुद्धे से लेकर मुख्यमंत्री स्तर तक के बीच बातचीत हो चुकी है। ‘दल-बदल’ को लेकर अब बस सही वक्त का इंतज़ार हो रहा है।
ना हां… ना ना
‘पत्रिका डिजिटल’ ने लोकेश शर्मा से भाजपा नेताओं से मुलाक़ात और आने वाले दिनों में संभावित एंट्री को लेकर बातचीत की। सवालों के जवाब में शर्मा ने इन मुलाकातों की खबरों से इनकार नहीं किया। हालांकि वजह का खुलासा करने से फिलहाल के लिए मना कर दिया। ऐसे में सूत्रों के हमले से निकली खबरों पर मुहर लगने की संभावनाएं बढ़ी हुई हैं।
कई वजहों से चर्चा में रहे लोकेश शर्मा
पूर्व सीएम अशोक गहलोत के ओएसडी रहे लोकेश शर्मा कई वजहों से सुर्ख़ियों में बने रहे। ख़ास तौर से कथित फोन टैपिंग प्रकरण पर लोकेश शर्मा का नाम सबसे ज़्यादा चर्चा में रहा। फिर उसके बाद शर्मा ने गहलोत और कांग्रेस सरकार की नीतियों के खिलाफ उनकी बयानबाज़ी भी काफी चर्चाओं में रही।
रह चुके हैं कई महत्वपूर्ण पदों पर
पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार के दौरान लोकेश शर्मा सीएम ओएसडी रहे। इसके अलावा भी उन्होंने कई महत्वपूर्ण पदों पर ज़िम्मेदारी संभाली। वे करीब ढाई दशक से कांग्रेस की सक्रीय राजनीति में रह चुके हैं।विधानसभा चुनाव में उन्हें कांग्रेस सेन्ट्रल वॉर रूम के को-चेयरमैन की अहम जिम्मेदारी तक दी गई थी। उन्होंने चुनाव में टिकट की मांग भी की थी, लेकिन वंचित रह गए थे।
क्या बढ़ेंगी गहलोत-कांग्रेस की मुश्किलें?
लोकेश शर्मा की भाजपा में संभावित एंट्री से किसे कितना फ़ायदा और किसे कितना नुकसान पहुंचेगा, ये देखना दिलचस्प रहेगा, लेकिन अगर ऐसा वाकई होता है तो इसे कुछ मायनों में तो कांग्रेस को झटका और भाजपा को बूस्ट मिलने से जोड़कर देखा जा सकता है।
कई बातों के ‘राज़दार’ रहे हैं शर्मा
लंबे वक्त तक कांग्रेस पार्टी से जुड़ाव और पूर्व सीएम अशोक गहलोत से नज़दीकी होने के चलते लोकेश शर्मा कई बातों के ‘राज़दार’ माने जाते हैं। उनकी भाजपा में एंट्री से पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार में हुए अन्य घोटालों की पोल खुल सकती है। वहीं रीट पेपर लीक से लेकर लाल डायरी प्रकरण और विधायकों के सामूहिक इस्तीफे जैसे गरमाये रहे मामलों को लेकर भी बड़े खुलासे हो सकते हैं।