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राजस्थान का रण: ‘आदर्श’ की मुहिम में शामिल, मगर हालात अच्छे कहीं भी नहीं

locationजयपुरPublished: Sep 24, 2018 12:36:14 pm

Submitted by:

Mridula Sharma

हवामहल विधानसभा क्षेत्र: बस नाम के ही हुए काम, लोगों को हो रही परेशानी मगर राहत पर नहीं जिम्मेदारों का ध्यान

jaipur

राजस्थान का रण: ‘आदर्श’ की मुहिम में शामिल, मगर हालात अच्छे कहीं भी नहीं

जयपुर. राजस्थान विधानसभा के 2013 में हुए चुनाव में हवामहल विधानसभा क्षेत्र के बूथ नम्बर 155 और बूथ नम्बर 190 में भाजपा और कांग्रेस को मिश्रिम परिणाम देखने को मिले थे। जहां बूथ 155 पर 1301 वोट में से 1079 वोट भाजपा को मिले थे, वहीं 190 बूथ पर 931 वोट में से 815 वोट कांग्रेस को मिले थे।
बूथ नम्बर 155 आमेर रोड पर मुख्य नाले से सटा इलाके में आता है। खुले नाले के कारण लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है। समय पर नाले की सफाई नहीं होती। इससे वहां गन्दगी और दुर्गन्ध का वातावरण रहता है। बदहाल सड़कें भी लोगों के लिए आफत बन रही हैं। हालांकि, क्षेत्र के कई हिस्सों में अभी सड़कों के नवीनीकरण का कार्य किया गया है लेकिन यह नाकाफी ही साबित हो रहा है। मतदान केन्द्र के पास से गुजर रहे केशव शर्मा को रोका और विकास कार्यों के बारे में पूछा। बातचीत में पता चला कि वादों के अनुरूप काम नहीं हुआ, जो हमेशा से होता आया है। लेकिन फिर भी आश्वस्त हुए कि चलो कुछ तो मिला।
वोटों का गणित
जातिगत समीकरण के तहत यहां ब्राह्मण, सिंधी, वैश्य व माली समाज की आबादी ज्यादा है। इसी को आधार बताते हुए भाजपा इस बूथ पर अच्छे खासे मतों से जीतती रही है। पिछले चुनाव में कुल मत में से 87.95 प्रतिशत वोट मिले, जबकि कांग्रेस को 1071 में से 91 वोट से संतुष्ट रहना पड़ा यानि 8.49 प्रतिशत वोट झोली में आए। इतने अंतर के बारे में जानने की उत्सुकता हुई तो सामने आया कि लोगों ने भाजपा प्रत्याशी पर भरोसा जताया।
क्या हम इंसान नहीं हैं, हमने वोट नहीं डाला?
बूथ नम्बर 190 दिल्ली बायपास से नजदीक जयसिंपुरा खोर का इलाका है। विकास की दृष्टि से यह हमेशा से पिछड़ा हुआ रहा है। विधायक की नजर भी यहां कम ही पड़ी है। कारण, यहां कांग्रेस का वोट बैंक ज्यादा माना जाता रहा है। पिछले चुनाव में भाजपा को कुल मतदान में से महज 3 फीसदी वोट मिले। जबकि, कांग्रेस 87.54 प्रतिशत वोट लेने में कामयाब रही। इसके बाद भी स्थानीय निवासी और भाजपा कार्यकर्ता छोटूराम माली दावा करते रहे कि इस सरकार में विकास के बहुत काम हुए हैं, जिसमें सड़क निर्माण, मकानों के ऊपर से गुजर रही बिजली की लाइनें हटाना जैसे वर्षों से लंबित काम शामिल हैं। जब प्रभावी ड्रेनेज की बात हुई तो सड़कों पर पानी बहता मिला। भाजपा का वोट प्रतिशत इतना कम होने का कारण जाना तो पता चला कि यहां हमेशा ही यही स्थिति रही है। यह मुस्लिम बाहुल्य क्षेत्र है और इस बूथ पर मुस्लिम वर्ग के ही वोट रहे हैं। कुल मतदान 80 फीसदी के आस—पास रहा, जो पिछले चुनाव से ज्यादा रहा था।
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