नए फसली ऋण के लिए 9 लाख 34 हजार 777 किसानों
मंत्री आंजना ने विधानसभा में कहा कि गत सरकार की ऋण माफी में हुई गड़बड़ियाें से सबक लेते हुए सरकार ने निर्णय लिया कि फसली ऋण वितरण में एक भी पात्र किसान वंचित नहीं रहे।
अतः किसानों के हित में 27 मई को आचार संहिता समाप्त होने के तत्काल बाद ही 3 जून 2019 को सहकारी फसली ऋण ऑनलाइन वितरण एवं पंजीयन योजना को लागू कर दिया गया। इसके बाद 11 जुलाई को मुख्यमंत्री की उपस्थिति में ऑनलाइन ऋण वितरण शुरू कर दिया गया है। आंजना सदन में पीएम किसान योजना, ऋण माफी, नए ऋण वितरण एवं फसल बीमा से सम्बन्धित वक्तव्य दे रहे थे।
उन्होने कहा कि इस पारदर्शी पहल के तहत अब तक 9 लाख 34 हजार 777 किसानों ने ऑनलाइन पंजीयन करा लिया है। अब तक 2 हजार 239 करोड़ रूपए की (एम.सी.एल.) अधिकतम साख सीमा स्वीकृत की जा चुकी है।
उन्होंने बताया कि सहकारी बैंकों द्वारा खरीफ फसली ऋण वितरण 31 अगस्त तक किया जाता है। तय समय तक किसानों को फसली ऋण वितरण का प्रयास किया जा रहा है। सरकार की मंशा साफ है कि किसानों लाभ शीघ्र मिले। इस प्रक्रिया में और तेजी लाई जाएगी।
सहकारिता मंत्री ने कहा कि ऑनलाइन अल्पकालीन पंजीयन ऋण वितरण पोर्टल के अनुसार पैक्स द्वारा अब तक 2 लाख 54 हजार 669 कृषकों को अल्पकालीन फसली ऋण वितरण करने के लिए अनुमोदन कर दिया गया है।
33 हजार 894 किसानाें को कुल राशि 92 करोड़ 58 लाख रूपए का अल्पकालीन फसली ऋण किसानाें के खातो में डीएमआर (डिजीटल मेम्बर रजिस्टर) के माध्यम से स्थानान्तरित कर दिया गया है।