किरोड़ी लाल के भाजपा में जाने से मीणा वोट बैंक राजपा से खिसक गया है। ऐसे में आमेर विधायक नवीन पिलानिया एससी वर्ग के वोटों की उम्मीद में हाथी पर सवार हुए हैं। पिलानिया के समर्थकों का मानना है कि बसपा की पकड़ वैसे आमेर में कमजोर है, लेकिन नवीन पिलानिया के आने से एससी वर्ग उनसे जुड़ सकता है।
नवीन पिलानिया ने हाल ही में एक इंटरव्यू में कहा था कि किसान, मजदूर, कर्मचारी, युवा। सभी वर्ग वर्तमान सरकार से त्रस्त हैं। यह सच्चाई है। दूसरा पहलू यह है कि कांग्रेस मान कर बैठी है कि सरकार के खिलाफ जो रोष है उसका फायदा उसे मिलेगा। लेकिन ऐसा नहीं है।
जनता को मजबूत विकल्प मिले इसके लिए तीसरा मोर्चा होना जरूरी है। हम चाहते हैं कि मजबूत विकल्प वाली पार्टियां एकजुट हों। मैं यह नहीं कह सकता कि हनुमान बेनीवाल क्या सोचते हैं। ये या तो वे खुद जानते हैं या रामजी। मेरा जोर बसपा की ओर है, क्योंकि राजपा और बसपा का वोट बैंक मिला जुला है।