पिछला विधानसभा चुनाव लड़े नेताओं में से 73 को पुन: टिकट मिला है और 79 के टिकट काटे गए हैं। पहली सूची में 46 नए चेहरे हैं, शेष पहले कभी चुनाव लड़ चुके उम्मीदवार हैं। प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट का फोकस युवाओं पर रहा। वह बराबर नहीं तो भी ठीक संख्या में नए चेहरे सूची में शामिल करा पाए हैं।
महिलाओं को पहले के मुकाबले इस बार ज्यादा सीटें मिल सकती हैं। अब तक 18 महिलाएं मैदान में आ चुकी हैं। शेष 48 उम्मीदवारों की सूची में और भी महिलाओं को टिकट मिल सकता है। पिछली बार 200 में से 24 सीटों पर महिलाएं चुनावी मैदान उतारी गई थीं।
नए चेहरों व युवाओं के लिए यों बनाई जगह
पार्टी ने शुरुआत में जिताऊ का फार्मूला रखा लेकिन इसमें युवा व नए चेहरों को लाने में पेच फंसता रहा। ऐसे में 2 बार चुनाव हार चुके उम्मीदवारों को बाहर करने का निर्णय किया गया और ऐसे 24 नेताओं के टिकट काटे गए। इनकी जगह युवा व नए चेहरों को मौका दिया गया। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की 48 उम्मीदवारों की शेष सूची में कई जगह बड़े नेताओं का पेच फंसने से युवाओं को और मौका मिल सकता है। दावा किया जा रहा है कि इस सूची में भी अनुभवी, युवा और नए चेहरे देखने को मिलेंगे।
पार्टी ने शुरुआत में जिताऊ का फार्मूला रखा लेकिन इसमें युवा व नए चेहरों को लाने में पेच फंसता रहा। ऐसे में 2 बार चुनाव हार चुके उम्मीदवारों को बाहर करने का निर्णय किया गया और ऐसे 24 नेताओं के टिकट काटे गए। इनकी जगह युवा व नए चेहरों को मौका दिया गया। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस की 48 उम्मीदवारों की शेष सूची में कई जगह बड़े नेताओं का पेच फंसने से युवाओं को और मौका मिल सकता है। दावा किया जा रहा है कि इस सूची में भी अनुभवी, युवा और नए चेहरे देखने को मिलेंगे।