बता दें कि पार्टी की ओर से रविवार को पहली सूची जारी होनी थी लेकिन कुछ नामों के विवाद के चलते सूची जारी करने में देरी गई। दिल्ली में कांग्रेस की केन्द्रीय चुनाव समिति (सीईसी) मीटिंग के बाद 152 के नाम पर सहमति बनी। इस मीटिंग में कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, अहमद पटेल, अंबिका सोनी, मुकुल वासनिक के अलावा CEC के करीब 20 सदस्य मौजूद रहे। इसके अलावा पूर्व सीएम अशोक गहलोत प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट विधायक दल के नेता रामेश्वर डूडी, स्क्रीनिंग कमिटी की चेयरपर्सन कुमारी शैलजा समेत एआईसीसी के राजस्थान के नेता मौजूद रहे।
सोनिया गांधी के घर पर चली 6 घंटे तक बैठक
पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन को लेकर दिनभर मंथन किया गया। सोनिया गांधी के घर पर करीब 6 घंटे तक केन्द्रीय चुनाव समिति (सीईसी) मीटिंग चली। इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कुमारी शैलजा, वीरप्पा मोइली और अशोक गहलोत सहित पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। आखिरकार इस बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बनी गई।
पार्टी ने प्रत्याशियों के चयन को लेकर दिनभर मंथन किया गया। सोनिया गांधी के घर पर करीब 6 घंटे तक केन्द्रीय चुनाव समिति (सीईसी) मीटिंग चली। इस बैठक में पूर्व पीएम मनमोहन सिंह, कुमारी शैलजा, वीरप्पा मोइली और अशोक गहलोत सहित पार्टी के कई बड़े नेता मौजूद रहे। आखिरकार इस बैठक में उम्मीदवारों के नाम पर सहमति बनी गई।
आपको बता दें कि सचिन पायलट और अशोक गहलोत दोनों ने बुधवार को चुनाव लडऩे का ऐलान किया था। दोनों को राहुल गांधी ने चुनाव में उतरने की मंजूरी दी है। कांग्रेस मुख्यालय में बुधवार को आयोजित संवाददाता सम्मेलन में पायलट और गहलोत ने हंसी के ठहाकों के बीच चुनाव लडऩे की घोषणा की।
सूची घोषित हुए बिना चुनाव लडऩे की घोषणा और अन्य नेताओं के नामांकन दाखिल किए जाने के सवाल पर गहलोत ने कहा कि कुछ लोग मुहूर्त में भरोसा करते हैं। इसलिए उन्होंने नामांकन भर दिया होगा। पायलट ने कहा कि राहुल के आदेश और गहलोत के निवेदन पर वे विधानसभा का चुनाव लड़ेगे।