बताया जा रहा है कि इन सीटों पर दावेदारी को लेकर ज्यादा नाम नहीं थे। दोनों सीटों पर चार से पांच नामों पर मुख्य रूप से मंथन हुआ। इसमें नामों को भी लगभग अंतिम रूप दे दिया गया है। राज्य की दो सीटों पर उप चुनाव की घोषणा शुक्रवार को चुनाव आयोग के सीईसी सुनील अरोड़ा ने की। दोनों सीटों पर उपचुनाव 21 अक्टूबर को होगा। वहीं 24 अक्टूबर को परिणाम सामने आएंगे। देशभर की कुल 64 सीटों पर उपचुनाव की घोषणा की गई है।
2018 के विधानसभा चुनाव में खींवसर से हनुमान बेनीवाल और मंडावा से नरेंद्र खींचड़ विधायक बने थे। जिसके बाद हनुमान बेनीवाल के नागौर सीट से और नरेंद्र खींचड़ के झुंझुनू सीट से लोकसभा चुनाव में जीत हासिल करने के बाद दोनों सीटें खाली हो गई थी। प्रदेश में सत्तारूढ कांग्रेस विधानसभा चुनाव में ये दोनों सीटें नहीं जीत पाई थी। इसी वजह से पार्टी अब इन दोनों सीटों को जीतकर विधानसभा में भी अपनी स्थिति मजबूत करना चाह रही हैै। इन दोनों सीटों पर होने वाले उपचुनाव कांग्रेस पार्टी के लिए किसी संजीवनी बूटी से कम नहीं है। खींवसर विधानसभा क्षेत्र की बात करें तो कांग्रेस में यहां से प्रतिपक्ष के पूर्व नेता रामेश्वर डूडी, पूर्व मंत्री हरेंद्र मिर्धा और पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा का नाम चर्चा में है। वहीं मंडावा विधानसभा क्षेत्र में पूर्व विधायक रीटा चौधरी और कांग्रेस के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष डॉ. चंद्रभान का नाम खासा चर्चा में है।