वहीं बीजेपी की जारी हुए दूसरी सूची में सबसे चौंकाने वाली बात यह रही की बीजेपी ने इस बार भी किसी मुस्लिम कैंडिडेट को सूची में शामिल नहीं किया। साथ ही वसुंधरा के खास माने जा रहे यूनुस खान का इस सूची में भी नाम नहीं है। दूसरी सूची के अनुसार बीजेपी राजस्थान के रण में पूरी तरह से हिंदुत्व कार्ड खेलने के मूड में है।
Rajasthan Election 2018: बीजेपी ने जारी की दूसरी सूची, देखें 31 प्रत्याशियों की लिस्ट अपने विवादित बयानों से सबसे ज्यादा सुर्ख़ियों में रहने वाले बीजेपी के नेता ज्ञान देव आहूजा का भी सूची में नाम शामिल नहीं है। ज्ञान देव अलवर के रामगढ से विधायक रहे हैं। बीजेपी ने ज्ञान देव को इस बार टिकट नहीं दिया है। साथ ही इस सूची के जारी होने से कई विधायकों के टिकट कटे हैं। बांसवाड़ा विधानसभा सीट से राज्य मंत्री धनसिंह रावत का टिकट कटा है। इस बार इस सीट पर हकरू मईडा को मौका दिया ।
वहीं गढ़ी विधानसभा सीट से पूर्व मंत्री एवं विधायक जीतमल खांट का टिकट काट कैलाश मीणा को पार्टी ने मौका दिया है। गौरतलब है कि पिछले चुनाव में पार्टी की ओर से मीणा को टिकट नही देने पर उन्होंने निर्दलीय चुनाव भी लड़ा था।
वहीं प्रदेश के बूंदी जिले में केबिनेट मंत्री बाबूलाल वर्मा का टिकट कट गया है। केशवरायपाटन से रामगंजमंडी की विधायक चंद्रकांता मेघवाल को इस बार बीजेपी ने सूची में शामिल किया है। चंद्रकांता केशवरायपाटन विधानसभा क्षेत्र में पडऩे वाले लाखेरी नयापुरा की बेटी है। पिता एसीसी फैक्ट्री में श्रमिक थे। जो अब रिटायर्ड हो गए।
इन विधायकों के कटे टिकट पोकरण से शैतानसिंह
जैसलमेर से छोटूसिंह
चोहटन से तरूणराय कागा का टिकट कटा
दौसा सिकराय से विधायक गीता वर्मा का टिकट कटा, राजपा से जीती थी। अभी किरोड़ी के साथ बीजेपी में हुई थी शामिल। चाचा नन्दलाल बंशीवाल को गत चुनाव में बीजेपी से टिकट मिला था।