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किसी न किसी को तो सिस्टम बदलना ही पड़ेगा : जोशी

locationजयपुरPublished: Jul 22, 2019 12:04:19 am

विपक्ष के विरोध के बावजूद विधानसभाध्यक्ष सी.पी. जोशी अपनी प्रश्नकाल की व्यवस्था पर समझौता करने के मूड में नहीं हैं। उनका कहना है कि अगर आप चलते आ रहे ढर्रे को बदलते हैं तो सिस्टम विरोध करता है, लेकिन किसी न किसी को तो सिस्टम को बदलना ही पड़ेगा। जोशी ने इंदिरा गांधी पंचायती राज भवन में हुए पूर्व विधायकों के सम्मेलन में यह बात कही।

विपक्ष के विरोध के बावजूद विधानसभाध्यक्ष सी.पी. जोशी अपनी प्रश्नकाल की व्यवस्था पर समझौता करने के मूड में नहीं हैं। उनका कहना है कि अगर आप चलते आ रहे ढर्रे को बदलते हैं तो सिस्टम विरोध करता है, लेकिन किसी न किसी को तो सिस्टम को बदलना ही पड़ेगा। जोशी ने इंदिरा गांधी पंचायती राज भवन में हुए पूर्व विधायकों के सम्मेलन में यह बात कही।
जोशी ने कहा कि विधानसभा को वित्तीय स्वायत्तता रहनी चाहिए। मैंने सीएम से कहा कि जब तक वित्तीय स्वायत्तता नहीं रहेगी तब तक विधानसभा स्वतंत्र निर्णय नहीं कर सकेगी। सीएम ने 2 करोड़ का फंड विधानसभा को दिया है। जोशी ने पूर्व विधायकों के लिए विधानसभा में एक समिति बनाने की बात कही।
सीपीए में पूर्व एमएलए भी जा सकते हैं
जोशी ने कहा कि राष्ट्रमंडल संसदीय संघ में पूर्व विधायक भी सदस्य हो सकता है। 1952 से अब तक विधानसभा अध्यक्ष ही सीपीए के सम्मेलन में जाते रहे हैं। इस बार सीपीए के युगांडा में हो रहे सम्मेलन में हमने संयम लोढ़ा को भेजने का फैसला किया है। घनश्याम तिवाड़ी ने कहा कि पूर्व विधायक राजस्थान की समस्याओं के समाधान के लिए जन आंदोलन खड़ा कर सकते हैं। इस दौरान पूर्व विधायकों का सम्मान भी किया गया।
स्पीकर के साथ मास्टर भी
जोशी ने कहा कि अभी कहा गया कि मैं स्पीकर के साथ मास्टर भी हूं। अब विधानसभा में भी तो काम उसी हिसाब से करना पड़ेगा। मास्टर को ही तय करना होता है कि बच्चों को क्या पढ़ाना है? विधानसभा में भी मैंने यही करने का प्रयास किया। ज्यादा से ज्यादा सवालों पर चर्चा हो इसके लिए प्रश्नकाल में मूल सवाल पूछने वाले विधायक को ही दो पूरक सवाल पूछने की व्यवस्था लागू की है। इस व्यवस्था से भाजपा विधायक नाराज हो गए।
एक अगस्त को विधानसभा में सम्मेलन
जोशी ने कहा कि एक अगस्त को विधानसभा में एक सम्मेलन हो रहा है, इस सम्मेलन में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश और केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत शामिल होंगे।
१०० साल उम्र की मांग पर ठहाके
सम्मेलन में पूर्व विधायक रामस्वरूप मीणा के भाषण पर हंसी गूंज उठी। मीणा ने कहा कि 90 साल के पूर्व विधायक एक दो बचे हैं। पूर्व विधायक बेचारे टेंशन में रहते हैं। टेंशन के चलते इनकी उम्र कम होती जा रही है, इसलिए मेरी मांग है कि पूर्व विधायकों की उम्र 100 साल हो।
पेंशन और अन्य सुविधाएं हमारा हक
पूर्व विधायक शैलेन्द्र जोशी ने कहा कि पूर्व विधायक, पूर्व सांसदों की पेंशन बंद करने की मांग करना गलत है। पूर्व विधायकों ने कोई संन्यास थोड़े ही ले रखा है। हम किसी की मेहरबानी पर नहीं हैं। पेंशन और अन्य सुविधाएं हमारा हक है। कर्नाटक पूर्व विधायक संघ के अध्यक्ष एच.एन. चंद्रशेखर अप्पा ने कहा कि कर्नाटक विधानसभा में पूर्व विधायक संघ के लिए अलग चैंबर है। पूर्व विधायकों को कर्नाटक में पूरी सुविधाएं मिल रही है।
मोहन प्रकाश ने ली चुटकी
मोहन प्रकाश ने कहा कि जिस रास्ते से आप चुनकर आए हैं, वह अब अवरुद्ध हो रहा है। सामान्य आदमी के लिए राजनीति में जीतना मुश्किल हो रहा है। मोहन प्रकाश ने सीपी जोशी और गुलाबचंद कटारिया पर ली चुटकी लेते हुए कहा कि एक अध्यापक और ऊपर से स्पीकर। कटारिया भी कम नहीं हैं। वो तो निर्वाचन क्षेत्र में लोगों को भी साफ कह देते हैं कि वोट देना हो तो दो वरना जरूरत नहीं है। उन्होंने मॉब लिंचिंग की भी बात उठाई।
पूर्व विधायकों को मिले तवज्जो
नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पूर्व विधायकों की सुविधाओं की बढ़ोतरी के लिए सीएम से बात करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि जनसमस्या को लेकर पूर्व विधायक आए तो प्रशासनिक तंत्र सम्मान से पेश आए, यह व्यवस्था हो। विधानसभा से पूर्व विधायक हो सकते हैं लेकिन राजनीति में जनता के लिए पूर्व नहीं होते। उन्होंने कहा कि विधानसभा में पूर्व विधायक संघ को एक दफ्तर दिया जाना चाहिए। विधानसभा अध्यक्ष इस पर फैसला करें।
यह बोले पूर्व विधायक
-पूर्व विधायक नंदलाल बंशीवाल ने कई आमंत्रित विधायकों व मंत्रियों के नहीं आने पर जताई नाराजगी।

-पूर्व विधायक संघ के अध्यक्ष हरिमोहन शर्मा ने कहा कि वसुंधरा राजे और अशोक गहलोत ने सुविधाओं को बढ़ाया।
-पूर्व विधानसभाध्यक्ष सुमित्रा सिंह ने कहा कि 4-5 बार विधायक रह चुके पूर्व विधायकों को भी विधानसभा की समितियों का सदस्य बनाया जाए।
ये रखी मांगें
– पूर्व विधायकों ने पेंशन बढ़ाकर 50 हजार रुपए हो

– बृजकिशोर शर्मा ने कहा कि विधायकों को हाउसिंग बोर्ड का मकान आवंटन करने के प्रावधान में सुधार हो
– विधायक के पास एक ही मकान का प्रावधान बदला जाए
– प्लेन का किराया 50 हजार से बढ़ाकर 1 लाख किया जाए
– मुंबई के राजस्थान हाउस में ठहरने की सुविधा मिले

– विधानसभा की बुक में सभी पूर्व विधायकों की फोटो हर पांच साल में प्रकाशित हो।

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