वैज्ञानिक अब इस भेडिय़े के दिमाग औरस्कल के भीतरी भाग का डिजिटल मॉडल बना रहे हैं, ताकि इसका और अध्ययन किया जा सके। वहीं स्टॉकहोम में एक टीम इस भेडिय़े के डीएनए की व्याख्या करने में जुटी है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण साइबेरिया की बर्फ पिघल रही है, जिससे कारण यह सिर सामने आया है। बर्फ का पिघलना लगातार जारी है, ऐसे में और खोज होने की संभावना इस क्षेत्र में है।
यह बहुत ठंडा था, रिमोट था और यहां दांत वाले मेमथ की लड़ाइयां जारी रहती थीं, इसके बावजूद 30 हजार साल पहले प्राचीन साइबेरिया अजीबो-गरीब मानव का घर था। यहां ऐसे मानव रहा करते थे, जिनके बारे में बहुत ज्यादा जानकारी वैज्ञानिकों को नहीं है।