कर्नाटक विधानसभा के स्पीकर केआर रमेश ने कहा, ‘मैं सुप्रीम कोर्ट, लोगों और सदन को सूचित करना चाहता हूं कि किसी भी विधायक ने संरक्षण देने के लिए मुझे पत्र नहीं दिया है, अगर उन्होंने इसके लिए सरकार को लिखा है तो भी मुझे इसकी कोई जानकारी नहीं है। यदि उन्होंने किसी भी सदस्य को सूचित किया है कि वे सुरक्षा की वजह से सदन में नहीं आ रहे हैं तो वे लोगों को भ्रमित कर रहे हैं।’ वहीं, बीजेपी नेता सुरेश कुमार ने कहा कि यदि कार्यवाही को लंबा खींचा गया तो विश्वास मत की शुचिता समाप्त हो जाएगी। उन्होंने प्रक्रिया शुक्रवार को ही पूरी किए जाने पर जोर दिया।