प्रतिक्रिया में फाड़ दिए होंगे पोस्टर
घटनाक्रम शुक्रवार देर रात का है। शनिवार सुबह बज्जू क्षेत्र में कई जगह भाजपा और कांग्रेस के होर्डिंग्स पर कालिख और फाड़े होने से दोनों के समर्थकों में तल्खी बढ़ गई। भाजपा नेता देवीसिंह भाटी ने पत्रिका से बातचीत में आरोप लगाया कि पहल कांग्रेस के कार्यकर्ता और विधायक भंवर सिंह भाटी के समर्थकों ने की। उन्होंने गौरव यात्रा के पोस्टर फाड़े। जिसकी प्रतिक्रिया में हमारे कुछ कार्यकर्ताओं ने भी पोस्टर फाड़ दिए होंगे।
गहलोत को इलाके में घुसने नहीं देना चाहते थे
भाटी ने बताया कि कार्यकर्ताओं में रोष था और वह अशोक गहलोत को इलाके में घुसने भी नहीं देना चाहते थे। टकराव को टालने के लिए कार्यकर्ताओं से समझाइश कर शांत किया। कोलायत विधानसभा में भाजपा नेता देवी सिंह भाटी का दबदबा है। वहीं मौजूदा कांग्रेस विधायक भंवरसिंह भाटी भी ने अपनी मजबूत पकड़ बनाई है। पिछले विधानसभा चुनावों में भी दोनों के समर्थकों में टकराव जैसी घटनाए हुई। इस बार एेसी घटनाओं की शुरुआत चुनाव से काफी पहले होने से पुलिस-प्रशासन के लिए भी कानून व्यवस्था की चुनौती पैदा हो गई है।
विधानसभा चुनाव से पहले बड़ा झटका राजस्थान सिविल सेवा अपील अधिकरण ने राजनीतिक द्वेषता से तबादला करने के मामले में बांसवाड़ा के गढ़ी क्षेत्र से विधायक एवं पूर्व मंत्री जीतमल खांट, पंचायत राज विभाग के संयुक्त सचिव व बांसवाड़ा जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को नोटिस जारी कर 24 सितम्बर तक जवाब तलब किया है। अधिकरण के न्यायिक सदस्य प्रभुलाल आमेटा व सदस्य जस्सा राम चौधरी की बेंच ने हरीशचन्द्र पाटीदार की अपील पर यह आदेश दिया है। अपीलार्थी ने कहा कि 6 अक्टूबर 2016 में उसका पदस्थापन डूंगरपुर जिले की सागवाड़ा पंचायत समिति में किया गया, लेकिन 10 अक्टूबर 2016 को एक अन्य आदेश से बांसवाड़ा जिले से डूंगरपुर जिले की सांबला पंचायत समिति में तबादला कर दिया। पाटीदार ने इस आदेश के खिलाफ अधिकरण में चुनौती दी जहां उनकी अपील निरस्त कर दी गई अधिकरण के आदेश को तब पाटीदार ने उच्च न्यायालय में चुनौती दी।