इस दौरान जम्मू एंड कश्मीर से आई डॉ इफ्फत हसन ने कहा कि केसर और ट्यूलिप जहां पूरे वातावरण सुंगंधित और महकाती है, वहीं यह कांटेक्ट डर्माटाइटिस भी देती है। हिमाचल प्रदेश के डॉ विक्रम महाजन ने इस रोग में काम आने वाले उपकरण पैच टेस्ट की गुणवत्ता एवम अवधि पार होने के विषय पर चर्चा की।
दिल्ली के डॉ कौशल वर्मा ने इन रोगों की टेस्ट की निर्धारित अवधि 48 घंटे से घटाकर 24 घंटे करने के शोध पर चर्चा की। इलाहाबाद के डॉ पी के श्रीवास्तव ने मोबाइल फोन से होने वाली डर्माटाइटिस, पीजीआई चंडीगढ़ के डॉ संजीव हांडा ने हाथो में होने वाली एग्जिमा और उसमें फ्लाग्रीन नामक अवयव के बारे में बताया।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि डॉ एन के माथुर, डॉ ऋषि भार्गव, डर एस आर शुक्ला, एस एम एस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ यू एस अग्रवाल, डॉ आर एन दत्ता, डॉ महावीर मेहता, डॉ असीम सरकार ने संबोधित किया। इस अवसर पर डाक तार विभाग के अधीक्षक ने त्वचा रोग के खतरों को दर्शाने वाले डाक टिकट को जारी किया। राष्ट्रीय सचिव राजेश पहाडिया ने बताया कि यह आवरण अनेकों संग्रह कर्ताओ तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमे वातवरण में फैली हुई पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस नामक पेड पौधों से उत्पन्न होने वाली एलर्जी के खतरों को अंकित किया हुआ है।
दिल्ली के डॉ कौशल वर्मा ने इन रोगों की टेस्ट की निर्धारित अवधि 48 घंटे से घटाकर 24 घंटे करने के शोध पर चर्चा की। इलाहाबाद के डॉ पी के श्रीवास्तव ने मोबाइल फोन से होने वाली डर्माटाइटिस, पीजीआई चंडीगढ़ के डॉ संजीव हांडा ने हाथो में होने वाली एग्जिमा और उसमें फ्लाग्रीन नामक अवयव के बारे में बताया।
सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को मुख्य अतिथि डॉ एन के माथुर, डॉ ऋषि भार्गव, डर एस आर शुक्ला, एस एम एस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ यू एस अग्रवाल, डॉ आर एन दत्ता, डॉ महावीर मेहता, डॉ असीम सरकार ने संबोधित किया। इस अवसर पर डाक तार विभाग के अधीक्षक ने त्वचा रोग के खतरों को दर्शाने वाले डाक टिकट को जारी किया। राष्ट्रीय सचिव राजेश पहाडिया ने बताया कि यह आवरण अनेकों संग्रह कर्ताओ तक पहुंचने का अनुमान है, जिसमे वातवरण में फैली हुई पार्थेनियम हिस्टेरोफोरस नामक पेड पौधों से उत्पन्न होने वाली एलर्जी के खतरों को अंकित किया हुआ है।