सूचना से मचा जिले में हड़कंप
सूचना से पुलिस में हड़कंप मच गया और तुरंत हरकत में आई कोतवाली थाना पुलिस ने जिलेभर में नाकाबंदी करा दी। साथ ही चालक को गाड़ी में बैठाकर विभिन्न स्थानों पर आरोपियों की तलाश करना शुरू कर दिया। पुलिस उपाधीक्षक सहित पुलिस टीम आरोपितों की तलाश में जुट गई। इस दौरान करीब दो घंटे तक पुलिस खाक छानती रही, लेकिन पुलिस को आरोपियों का कोई सुराग नहीं मिला।
बाइकों की चाबी से खुला राज
इस दौरान परिवादी युवक रिजवान से पूछताछ की गई तो उसने आरोपितों की बाइकों की चाबी स्वयं के पास होना बताया। इस पर पुलिस को शक हुआ तो कोतवाली थाना प्रभारी रमेश तंवर ने एक निजी स्कूल पहुंचकर मौके के सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें बाइक भिड़ंत का मामला सामने आया। तलाश करने पर बाइक भी जेल रोड रेलवे फाटक के पास मिल गई।
कड़ी पूछताछ में कबूला गुनाह
इसके बाद रिजवान से कड़ी पूछताछ की गई तो उसने कादिर व ईशान को फर्जी गवाह के रूप में पेश कर दिए। लेकिन जब गवाहों से भी पूछताछ की गई तो सामने आया कि वे वहां थे ही नहीं। इस दौरान तिघरा निवासी दूसरे पक्ष के दोनों युवक स्वयं ही थाने में पहुंच गए और मामले का पटाक्षेप किया।
दरअसल यह था मामला
दूसरे पक्ष के तिघरा निवासी रवि तथा उदयवीर ने बताया कि भामतीपुरा मोड़ पर दोनों बाइकों में भिडं़त हो गई। इस दौरान दोनों में कहासुनी हो गई। इस पर रिजवान ने सरिए से उनकी बाइक को तोड़ दिया। बाद में, रिजवान दोनों बाइक की चाबी लेकर फरार हो गया। इस पर वे गाड़ी को पैदल-पैदल ही ले गए।
अब खाएंगे जेल की हवा
इधर, कोतवाली थाना प्रभारी रमेश तंवर ने बताया कि युवक रिजवान ने लूट की झूठी सूचना कर पुलिस की भारी मशक्कत करा दी। यह पूरा मामला झूठा निकला। एक्सीडेंट के मामले को लूट का बता कर युवक ने दो गवाह भी पेश कर दिए। लेकिन पूछताछ में सारी कहानी सामने आ गई।