… इधर जयपुर आने से पहले ‘गरजे’ मोदी
जयपुर में सभा के लिए आने से पहले प्रधानमंत्री मोदी मंगलवार को मुजफ्फरपुर रहे। यहां की सभा में प्रधानमंत्री ने केंद्र में एक बार फिर राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार बनाने का दावा किया। उन्होंने कहा कि अब तक संपन्न हो चुके चार चरण के लोसभा चुनाव के बाद विरोधी चारों खाने चित हो गए हैं। पीएम मोदी ने यहां राजग उम्मीदवारों के पक्ष में आयोजित चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चार चरण के चुनाव के बाद विरोधी चारों खाने चित हो चुके हैं। अगले चरणों में यह और स्पष्ट हो जाएगा कि विपक्षियों की हार कितनी बड़ी और राजग की जीत कितनी भव्य होगी। यह लहर नहीं ललकार है फिर एक बार मोदी सरकार है।
पीएम का दावा- नहीं बन पाएगा नेता प्रतिपक्ष
उन्होंने कहा कि विरोधी केंद्र में सरकार बनाने के लिए नहीं लड़ रहे हैं बल्कि वह अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए छटपटा रहे हैं। मोदी ने इस बार भी लोकसभा में विपक्ष का पद किसी भी पार्टी को नहीं मिलने का दावा किया। उन्होंने कहा कि जनता इन स्वार्थी ‘महामिलावटियों’ (महागठबंधन) को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इतनी सीटें नहीं देने वाली है कि वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद हासिल कर पाएं क्योंकि प्रतिपक्ष का नेता बनने के लिए लोकसभा की कुल सीटों का 10 प्रतिशत जीतना जरूरी होता है और चार चरण के चुनाव के बाद स्पष्ट हो गया है कि उन्हें इतनी सीटें मिलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के आम चुनाव में देश की जनता ने कांग्रेस को इतनी सीटें नहीं दी थी कि उसे नेता विपक्ष का पद मिल पाता।
उन्होंने कहा कि विरोधी केंद्र में सरकार बनाने के लिए नहीं लड़ रहे हैं बल्कि वह अपने सदस्यों की संख्या बढ़ाने के लिए छटपटा रहे हैं। मोदी ने इस बार भी लोकसभा में विपक्ष का पद किसी भी पार्टी को नहीं मिलने का दावा किया। उन्होंने कहा कि जनता इन स्वार्थी ‘महामिलावटियों’ (महागठबंधन) को वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में इतनी सीटें नहीं देने वाली है कि वह लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष का पद हासिल कर पाएं क्योंकि प्रतिपक्ष का नेता बनने के लिए लोकसभा की कुल सीटों का 10 प्रतिशत जीतना जरूरी होता है और चार चरण के चुनाव के बाद स्पष्ट हो गया है कि उन्हें इतनी सीटें मिलने वाली नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2014 के आम चुनाव में देश की जनता ने कांग्रेस को इतनी सीटें नहीं दी थी कि उसे नेता विपक्ष का पद मिल पाता।
मोदी की सभा में 1 लाख की भीड़ जुटाने की कवायद
भाजपा के स्टार प्रचारक और पीएम नरेन्द्र मोदी कल जयपुर के मानसरोवर में वीटी रोड स्थित मैदान पर जयपुर शहर भाजपा प्रत्याशी रामचरण बोहरा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। मोदी की सभा से भाजपा जयपुर शहर के साथ ही जयपुर ग्रामीण, सीकर और दौसा लोकसभा क्षेत्र के वोट बैंक को सहेजने की कोशिश करेगी। पीएम मोदी की मंगलवार को होने वाली सभा में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।
भाजपा के स्टार प्रचारक और पीएम नरेन्द्र मोदी कल जयपुर के मानसरोवर में वीटी रोड स्थित मैदान पर जयपुर शहर भाजपा प्रत्याशी रामचरण बोहरा के समर्थन में चुनावी सभा को संबोधित करेंगे। मोदी की सभा से भाजपा जयपुर शहर के साथ ही जयपुर ग्रामीण, सीकर और दौसा लोकसभा क्षेत्र के वोट बैंक को सहेजने की कोशिश करेगी। पीएम मोदी की मंगलवार को होने वाली सभा में एक लाख लोगों की भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा गया है।
भाजपा प्रदेश कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार मानसरोवर स्थित वीटी रोड मैदान पर पीएम मोदी की शाम 6 बजे सभा होगी। इस सभा में जयपुर शहर के साथ ही जयपुर ग्रामीण, सीकर और दौसा जिले के मतदाताओं को रिझाने की कोशिश भाजपा कर रही है, क्योंकि जयपुर ग्रामीण, सीकर और दौसा सीट को भाजपा मुश्किल वाली सीटों में मान कर चल रही है।
पीएम मोदी की सभा की तैयारियों का जिम्मा जयपुर शहर भाजपा को दिया गया है। चुनावी सभा की तैयारी के लिए जयपुर शहर भाजपा ने 10 संचालन समितियां बनाई है। सभा स्थल पर 25 बड़े एलईडी लगाए गए हैं। इसके साथ ही सभा बुजुर्ग लोगों को सभा स्थल तक लाने के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। जयपुर शहर भाजपा ने सभा की तैयारियों के लिए तीन सौ से ज्यादा भाजपा कार्यकर्ताओं को तैनात किया है। एयरपोर्ट से लेकर सभा स्थल तक पार्टी ने पीएम मोदी के बड़े-बड़े होर्डिंग लगाए हैं।
दूसरे चरण के लिए ‘तैयार’ राजस्थान
पहले चरण में अपने पुत्रों के चुनाव प्रचार में जुटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दूसरे चरण में प्रचार के लिए तैयार हैं। देशभर में लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे होने के बाद वहां के प्रचार से मुक्त हुए नेताओं का भी जोर अब राजस्थान पर रहने वाला है। भाजपा प्रचार के दौरान जहां राष्ट्रवाद को मुख्य मुद्दा बना रही हैं, वहीं कांग्रेस युवाओं को सरकारी नौकरी देने और न्याय योजना के जरिए गरीबों को छह हजार रुपये प्रतिमाह देने का वादा करके मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।
पहले चरण में अपने पुत्रों के चुनाव प्रचार में जुटे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत एवं पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे दूसरे चरण में प्रचार के लिए तैयार हैं। देशभर में लोकसभा चुनाव के चार चरण पूरे होने के बाद वहां के प्रचार से मुक्त हुए नेताओं का भी जोर अब राजस्थान पर रहने वाला है। भाजपा प्रचार के दौरान जहां राष्ट्रवाद को मुख्य मुद्दा बना रही हैं, वहीं कांग्रेस युवाओं को सरकारी नौकरी देने और न्याय योजना के जरिए गरीबों को छह हजार रुपये प्रतिमाह देने का वादा करके मतदाताओं को लुभाने का प्रयास कर रही है।
दूसरे चरण में लोकसभा की बारह सीटों में विधानसभा की 96 सीटें आतीं हैं, जिनमें कांग्रेस के 56 और भाजपा के 23 विधायक ही हैं। लिहाजा दौसा, भरतपुर, अलवर, करौली, धौलपुर और जयपुर संसदीय क्षेत्र में भाजपा को काफी जोर लगाना पड़ेगा।
बीकानेर से केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, जयपुर ग्रामीण से राज्यवर्धन सिंह राठौड़ सहित सात सांसदों के चुनाव लडने के साथ नागौर सीट पर गठबंधन प्रत्याशी हनुमान बेनीवाल की सीट काफी चर्चित है। अलवर में पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा के महंत चांदनाथ ने चुनाव जीता था, लेकिन उनके निधन के बाद हुए उपचुनाव में भाजपा बुरी तरह हार गई। यहां से कांग्रेस ने पूर्व केन्द्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह को चुनाव मैदान में उतारा है जबकि भाजपा ने चांदनाथ की गद्दी के उत्तराधिकारी बालक नाथ पर भरोसा किया है।
जयपुर ग्रामीण में दो पूर्व ओलंपियन भाजपा के राज्यवर्धन सिंह तथा कांग्रेस की कृष्णा पूनिया के बीच रोचक मुकाबला है। जयपुर लोकसभा क्षेत्र से कांग्रेस की ज्योति खंडेलवाल भाजपा के सांसद रामचरण बोहरा का मुकाबला कर रही है। बीकानेर में केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को अपने मौसेरे भाई कांग्रेस के मदनगोपाल के साथ ही अर्जुनराम के विरोध में पार्टी से इस्तीफा दे चुके पूर्व मंत्री देवीसिंह भाटी से भी मुकाबला करना पड़ रहा है।
जाट बहुल क्षेत्र चुरु तथा सीकर में भाजपा ने दोनों सांसदों को फिर मैदान में उतारा है, जबकि झुंझुनूं में सांसद संतोष अहलावत का टिकट काट विधायक नरेन्द्र खींचड़ पर भरोसा किया है। जाटों को प्रभावित करने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की सीकर में सभा रखी है, जहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने जनसभा करके जाटों का रुख भाजपा के पक्ष में किया था। सीकर में भाजपा से पलटी मारने वाले सुभाष महरिया पर कांग्रेस ने भरोसा करके सांसद सुमेधानंद को चुनौती दी है।
इसी तरह से दौसा में पिछली बार सांसद बने हरीश मीणा के कांग्रेस में जाने के बाद भाजपा नेतृत्व को इस सीट पर नाम तय करने में काफी जद्दोजहद करनी पड़़ी। पार्टी ने यहां से राज्यसभा सदस्य किरोड़़ीलाल मीणा की नाराजगी के बावजूद पूर्व केन्द्रीय मंत्री जसकौर मीणा को चुनाव मैदान में उतारा है। इस सीट पर कांग्रेस की सविता मीणा के खड़े होने से दो महिलाओं के बीच रोचक मुकाबला होगा।
भरतपुर में सांसद बहादुर सिंह का टिकट काटकर रंजीता कोली को उम्मीदवार बनाया गया है, जिनके सामने कांग्रेस के नये चेहरे अभिजीत कुमार जाटव मैदान में हैं। करौली में सांसद मनोज राजौरिया को दुबारा मैदान में उतारने पर भाजपा में काफी नाराजगी देखी गई। कांग्रेस ने यहां से संजय जाटव को मैदान में उतारा है।
गंगानगर में सांसद निहालचंद चौथी बार संसद में जाने के लिए किस्मत आजमा रहे हैं जिनके सामने कांग्रेस ने पूर्व सांसद भरत मेघवाल को मैदान में उतारा है। नागौर में भाजपा ने केन्द्रीय मंत्री सीआर चौधरी का टिकट काटकर यह सीट राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल को दे दी जो नरेन्द्र मोदी को दुबारा प्रधानमंत्री बनाने के लिए जाटों को भाजपा के पक्ष में एकजुट करने का दावा कर रहे हैं। कांग्रेस ने यहां से ज्योति मिर्धा को चुनाव मैदान में उतारा है।