script

पेट्रोल से महंगा हुआ टमाटर

locationजयपुरPublished: Oct 05, 2019 09:24:22 pm

नई दिल्ली। प्याज ( Onion ) के बाद अब टमाटर ( tomato ) की कीमत सातवें आसमान पर पहुंच गई है। पिछले एक हफ्ते में 30 से 40 रुपए प्रति किलो के भाव पर मिलने वाला टमाटर अब 80 रुपए के पार पहुंच गया है। वहीं एक लीटर पेट्रोल ( Petrol ) के दाम 74.04 रुपए पर आ गए है। बीते 10 दिन में टमाटर का दाम डेढ़ गुना बढ़ गए है। इस समय टमाटर महाराष्ट्र, कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश से आ रहा है। कारोबारियों ने बताया कि कर्नाटक और महाराष्ट्र में हुई भारी बारिश के कारण फसल ( crop ) खराब हो गई है, जिससे टमाटर की आवक भी कमजोर ह

पेट्रोल से महंगा हुआ टमाटर

पेट्रोल से महंगा हुआ टमाटर

सब्जियों और फलों की कीमतें सातवें आसमान पर पहुंची। प्याज के भाव 60 से 80 रुपए प्रति किलो चल रहे है। वहीं, टमाटर के दाम 80 रुपए प्रति किलो के पार पहुंच गए है।
कारोबारियों का कहना है कि मानसून सीजन में सितंबर के आखिरी हफ्ते में हुई भारी बारिश से टमाटर की फसल खराब हो गई है। टमाटर जल्दी खराब होने वाली सब्जी है। ऐसे में बारिश से ज्यादा नुकसान हुआ है। इसी वजह से दाम बढ़े हैं। प्याज की कीमतों को काबू करने के लिए सरकार एक्सपोर्ट पर प्रतिबंध लगा चुकी है। प्याज और टमाटर के साथ ही अब लहसुन के भाव में भी भारी तेजी आ गई है। देश के कई इलाकों में लहसुन का भाव का भाव इतना हो गया है कि आप १ किलो के भाव में 3 किलो सेब खरीद सकते हैं। पिछले एक महीने में लहसुन का दाम तकरीबन 40 फीसदी उछला है, जबकि देश में इस साल लहसुन का उत्पादन पिछले साल से 76 फीसदी अधिक रहा है।
कोटा में अच्छी क्वालिटी का लहसुन का थोक भाव 17,000 रुपए प्रति क्विंटल यानी 170 रुपए किलो था। लहसुन की एक और प्रमुख मंडी मध्यप्रदेश के नीमच में सोमवार को विभिन्न क्वालिटी के लहसुन का भाव 8000 से 16,000 रुपए क्विंटल था। कारोबारियों ने बताया कि स्पेशल क्वालिटी का लहसुन 20,000 रुपए प्रति क्विंटल से ऊपर के भाव बिक रहा है।
हाल में हुई बारिश से खेतों में पानी भरा हुआ है, जिसके कारण लहसुन की नई फसल की बुवाई में विलंब हो सकती है। यही कारण है कि लहसुन की कीमतों को लगातार सपोर्ट मिल रहा है। वहीं, राजस्थान के कारोबारियों उत्तमचंद ने बताया कि बारिश के मौसम में किसानों के पास रखा लहसुन नमी के कारण खराब हो गया है, जिसके कारण स्टॉक की भी कमी है। उन्होंने कहा कि स्टॉक की कमी के कारण ही लहसुन की कीमत में जोरदार उछाल आया है। कारोबारियों ने बताया कि मानसून सीजन के आखिर में हुई भारी बारिश से तमाम रबी फसलों की बुवाई में देरी होगी। ऐसे में लहुसन की अगली फसल आने तक मौजूदा स्टॉक पर ही निर्भर रहना होगा। एक अन्य कारोबारी ने कहा कि मंडियों में आवक लगातार कम होती जा रही है। उन्होंने दाम में और इजाफा होने की उम्मीद में किसान अपनी जरूरत के मुताबिक ही स्टॉक निकाल रहे हैं।

ट्रेंडिंग वीडियो