यूरोपीय यूनियन में फसल कम होने और सूखे के कारण प्याज की कीमत में तेजी आई है। पिछले साल यूरोप के कुछ हिस्सों में सूखा पड़ा था। इसका असर नीदरलैंड पर भी पड़ा था जो दुनिया में प्याज का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। उजबेकिस्तान, ताजिकिस्तान, कजाकस्तान और किर्गीजस्तान में पाले के कारण प्याज का स्टॉक बर्बाद हो गया। पाकिस्तान में बाढ़, सेंट्रल एशिया में पाले के प्रकोप और यूक्रेन युद्ध के कारण भी प्याज की कीमत बढ़ी है।