हत्या पुरानी रंजिश को लेकर की गई थी। पुलिस का कहना है कि ओमी ने अपने साथियों के साथ पिछले साल आमेर थाना इलाके में मुख्य आरोपी पर हमला कर हाथ-पैर तोड़ दिए थे। इसके अलावा पिछले दिनों शिवदासपुरा इलाके में जीप जला देने के मामले में भी गिरफ्तार आरोपियों ने मृतक का ही हाथ बताया है। इन दोनों मामलों का बदला लेने के लिए ही आरोपियों ने ओमी की हत्या कर दी।
डीसीपी (पूर्व) गौरव यादव ने बताया, 21 अक्टूबर को प्रतापनगर इलाके में दो गाडि़यों में सवार होकर आए बदमाशों ने ओमी और उसके साथी पर बैसबॉल, हॉकी व सरियों से हमला कर दिया था, जिसमें ओमी की मौत हो गई थी। घायल ओमप्रकाश कैमला ने आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
हत्यारों की तलाश में एडिशनल डीसीपी हनुमान प्रसाद व एसीपी पूनमचंद विश्नोई के नेतृत्व में गठित विशेष टीम लगातार दबिश दे रही थी। टीम ने मुख्य आरोपी जमवारामगढ़ निवासी चंदा उर्फ गुलाबचंद मीणा, गंगानगर निवासी रवि विश्नोई, गोनेर रोड निवासी मोहित उर्फ विक्की मीणा, कानोता निवासी कमलेश गुर्जर, रवि शर्मा व मनीष शर्मा को गिरफ्तार किया है।
एसीपी विश्नोई ने बताया, गिरफ्तार मुख्य सरगना चंदा के ओमी व उसके साथियों ने पिछले वर्ष रक्षाबंधन पर आमेर थाना इलाके में हमला कर हाथ-पैर तोड़ दिए थे। इस मामले में चंदा की ओर से दर्ज नामजद रिपोर्ट में ओमी को भी आरोपी बनाया था। पिछले दिनों शिवदासपुरा में भी गिरफ्तार आरोपियों के एक रिश्तेदार की जीप जला दी गई थी, जिसमें भी दूसरे पक्ष के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। आरोपियों ने इन वारदात का बदला लेने के लिए ही ओमी की हत्या कर दी।