कॉलेज शिक्षा विभाग का इस बड़े कदम उठाने के बारे में मानना है कि इससे फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी और समय पर ही प्रवेश हो सकेंगे। सभी शिक्षक-प्रशिक्षण पाठ्यक्रमों में राज्य की नोडल एजेंसी के माध्यम से या फिर विश्वविद्यालय के स्वयं के स्तर पर ही सीधे प्रवेश दिए गए विद्यार्थियों की संख्या मांगी गई है। साथ ही एनसीटीई से स्वीकृत सीटों की संख्या और रिक्त सीट की संख्या की सूचना भी 25 सितम्बर तक विभाग ने मांगी है। सूचना में विश्वविद्यालय का नाम व पता, फोन नंबर व ई-मेल आईडी, एनसीटीई से मान्यता प्राप्त पाठ्यक्रम का नाम, एनसीटीई के आदेश क्रमांक व दिनांक, स्वीकृत सीट, नोडल एजेंसी के माध्यम से हुए प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या, विश्वविद्यालय द्वारा स्वयं के स्तर पर प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या, कुल प्रवेशित विद्यार्थियों की संख्या, काउंसलिंग में शामिल होने के लिए विभाग द्वारा जारी आदेश की प्रति भी मांगी गई है।
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