राष्ट्रपति से भी मिल चुका पुरस्कार
2018 में भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार मिल चुका है। आंकड़ों के मुताबिक लिंगानुपात में हनुमानगढ़ में 878 के मुकाबले 966 और झुंझूनु में 837 के मुकाबले 949 पर सुधार देखने को मिला है। वहीं इन जिलों में बेटी पैदा होने पर कई योजनाएं चलाई जा रही है। झुंझुनू को पीसीपीएनडीटी और हनुमानगढ़ को बालिका शिक्षा प्रोत्साहन देने की श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा।
2018 में भी राष्ट्रीय स्तर पर प्रदेश को बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं में राष्ट्रपति द्वारा पुरस्कार मिल चुका है। आंकड़ों के मुताबिक लिंगानुपात में हनुमानगढ़ में 878 के मुकाबले 966 और झुंझूनु में 837 के मुकाबले 949 पर सुधार देखने को मिला है। वहीं इन जिलों में बेटी पैदा होने पर कई योजनाएं चलाई जा रही है। झुंझुनू को पीसीपीएनडीटी और हनुमानगढ़ को बालिका शिक्षा प्रोत्साहन देने की श्रेणी में सम्मानित किया जाएगा।
देश के 25 जिलों का चयन
गौरतलब है कि लगातार तीसरी बार प्रदेश बेटी बचाओए बेटी पढ़ाओं योजना के क्रियान्वयन में तीसरी बार सर्वश्रेष्ठ राज्य बना है। तीन श्रेणियों में मिलने वाले पुरस्कारों में पहला पुरस्कार श्रेष्ठ राज्यए दूसरा और तीसरा पुरस्कार श्रेष्ठ जिलों की श्रेणी में दिया जाएगा। श्रेष्ठ जिलों में भारत के 25 जिलों का चयन किया गया हैए जिसमें राजस्थान के झुंझूनु और हनुमानगढ़ शामिल है।
गौरतलब है कि लगातार तीसरी बार प्रदेश बेटी बचाओए बेटी पढ़ाओं योजना के क्रियान्वयन में तीसरी बार सर्वश्रेष्ठ राज्य बना है। तीन श्रेणियों में मिलने वाले पुरस्कारों में पहला पुरस्कार श्रेष्ठ राज्यए दूसरा और तीसरा पुरस्कार श्रेष्ठ जिलों की श्रेणी में दिया जाएगा। श्रेष्ठ जिलों में भारत के 25 जिलों का चयन किया गया हैए जिसमें राजस्थान के झुंझूनु और हनुमानगढ़ शामिल है।
वर्जन- हनुमानगढ़ जिले को शिक्षा के स्तर में बेहतर क्रियान्वयन के लिए और झुंझुनू को बेटी बचाओए बेटी पढ़ाओंए बालिका शिक्षाए सेल्फ डिफेंस सहित अन्य योजनाओं में अच्छे प्रदर्शन के लिए चुना गया है। अन्य जिलों के स्तर में भी सुधार हुआ है।
—ममता भूपेश, महिला और बाल विकास विभागए राज्य मंत्री
—ममता भूपेश, महिला और बाल विकास विभागए राज्य मंत्री
बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओं के लिए पूरे राज्य ने मेहनत की है। वहीं सभी जिलों ने नए नवाचार किए हैं। राष्ट्रीय बालिका दिवस के तहत इन्हें पुरस्कृत किया जाएगा।
—गायत्री राठौड़, शासन सचिव महिला और बाल विकास विभाग
—गायत्री राठौड़, शासन सचिव महिला और बाल विकास विभाग