उल्लेखनीय है कि तीन अप्रेल को तितरिया गांव में रात करीब आठ बजे स्कूटी समेत युवक विकास जाट को पेट्रोल डालकर जिंदा जलाने का मामला सामने आया था, जिसने इलाज के दौरान 11 अप्रेल को एसएमएस अस्पताल में दम तोड़ दिया था। थानाधिकारी इंद्राज मरोडि़या ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी चाकसू के सदारामपुरा गांव निवासी गोपाललाल चौधरी (22) और टीकाराम जाट है।
हादसे बाद पुलिस ने पीडि़त विकास के बयान लिए तो उसमें उसने धर्मा उर्फ धर्मराज, महेंद्र सामोता और गणेश चौधरी पर आरोप लगाया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को पकड़कर पूछताछ की, लेकिन बयानों की पुष्टि नहीं होने पर मामले को दूसरे तथ्यों को पर जांच शुरू की। पीड़ित विकास के बयान और संदिग्ध आरोपियों से पूछताछ में अंतर आने पर पुलिस ने अन्य लोगों पर निगरानी लगाई।
निगरानी के बाद सूचनाएं जुटाई तो मामला कुछ और निकला। विकास के बयान के आधार पर आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए उसके जीजा ने पुलिस पर जबरदस्त दबाव बनाया। इससे पुलिस को संदेह हुआ और आरोपियों की निगरानी की। पूछताछ में आरोपी गोपाल ने बताया कि मृतक विकास रोजाना पैसे मांगता था। इतना ही नहीं पैसे नहीं मिलने पर किसी ने किसी वजह से घरवालों को परेशान करता था। उसकी इन हरकतों से परेशान होकर वारदात को अंजाम देना कबूल किया है।