वारदात के मुख्य आरोपी चिन्ना, मनीष और शक्ति ही हैं और तीनों पकड़ में आ चुके हैं। इन्हें जयपुर बुलाकर साजिश रचने वाला बादाम सिंह, उसकी पत्नी और बेटी को भी गिरफ्तार किया जा चुका है। लूट का माल ठिकाने लगाने और क्षेत्र में सक्रिय गैंग के मामले में अन्य साथियों को तलाशा जा रहा है। लूट का माल किसी डेरे में छुपाने के मद्देनजर भी तलाशी ली जा रही है। डीसीपी विकास पाठक ने बताया कि पुलिस विभिन्न डेरों को खंगाल रही है। इनमें रहने वालों का रिकॉर्ड बनाया जाएगा, दस्तावेजों की तस्दीक की जाएगी। डेरों में आने वालों की भी जानकारी ली जाएगी।
यों बिगड़ीं आंखें
पुलिस में चर्चा रही कि बादाम सिंह देशी दवा भी बनाता था। उसके बेटे ने एक दवा बादाम की ही आंखों में डालकर चैक की थी। उसके नुकसान करने से बादाम की आंखें खराब हो गई। हालांकि बादाम की आंखें खराब होने के पीछे पुलिस अधिकारी और भी कारण मान रहे हैं, लेकिन वह किसी बात की पुष्टि नहीं कर रहा है।