लूट के बाद बदमाशों को पकडऩे के लिए आठ टीमों का गठन किया। 120 से ज्यादा कैमरों को चैक करने के बाद पुलिस ने बदमाशों की पहचान कर दूदू में छोड़ी एसयूवी को जब्त कर लिया। चैसिस नम्बरों के आधार पर गाड़ी गोपाल जाट की निकली, जिसे टीलावाला के पास गिरफ्तार कर लिया। गोपाल ने बताया कि उसका लडक़ा सुरेन्द्र, उसका दोस्त रवि पंडित, राम ङ्क्षसह गोरा और दो अन्य एसयूवी में बैठकर उसके पास आए थे। उन्होंने बताया कि 71 लाख रुपए की लूट की है। कुछ रुपए और एसयूवी छोडक़र चले गए।
पुलिस पूछताछ में सामने आया कि सुरेन्द्र, रवि और राम ङ्क्षसह ने गांव में रहने वाले गोपाल के रिश्तेदार संजय और बद्रीनारायण चौधरी को भी रकम छिपाने को दी थी। बद्रीनारायण और संजय बाइक से गांव मूगथला आकर तीनों आरोपियों से लूट की रकम लेकर गए। पुलिस ने सूचना के बाद नारायण विहार मानसरोवर से बद्रीनारायण और संजय को गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी संजय ने पुलिस को बताया कि रुपए देने के लिए सुरेन्द्र ने बुलाया था, जिसे उसने मामा बद्रीनारायण के साथ खेत में भूसे में छिपा दिए। पुलिस ने गोपाल जाट से 8.90 लाख रुपए, बद्रीनारायण और संजय के पास से 20-20 लाख रुपए बरामद कर लिए।
पुलिस इस मामले में मुख्य आरोपी सुरेन्द्र, रवि पंडित, राम ङ्क्षसह गोरा और दो अन्य की तलाश कर रही है। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीमें जगह-जगह दबिश दे रही है।