scriptबाजार की गिरावट में लॉर्ज और मिड कैप आकर्षक | Large and mid cap attractive in market downturn | Patrika News

बाजार की गिरावट में लॉर्ज और मिड कैप आकर्षक

locationजयपुरPublished: Aug 17, 2019 11:09:18 pm

मुंबई। बाजार में इस समय चल रहे भारी उतार-चढ़ाव के बीच पिछले कुछ समय में लॉर्ज और मिड कैप शेयरों का मूल्यांकन आकर्षक होते जा रहा है। बजट से लेकर अब तक बीएसई सेंसेक्स में जहां 6 फीसदी की गिरावट आई वहीं निफ्टी मिडकैप 100 में 10 फीसदी की गिरावट आई है, जबकि निफ्टी 50 में 6 फीसदी से ज्यादा गिरावट आई है। ऐसे में विश्लेषक लॉर्ज और मिड कैप के आकर्षक शेयरों में निवेश के अच्छे अवसर मान रहे हैं।

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बाजार की गिरावट में लॉर्ज और मिड कैप आकर्षक

विश्लेषकों के मुताबिक ऐसी गिरावट में निवेशकों को म्यूचुअल फंड के जरिए बाजार में अच्छी कंपनियों के शेयरों में निवेश करना चाहिए। अग्रणी म्यूचुअल फंड इनवेस्को इंडिया ग्रोथ अपोच्र्युनिटीज फंड ने एसएंडपी बीएसई 500 बेंचमार्क को रिटर्न के मामले में पीछे छोड़ा है। अर्थलाभ डॉटकॉम के जून के आंकड़ों के मुताबिक इस फंड ने 3 साल में 13.37 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि इसके बेंचमार्क एसएंडपी बीएसई 250 लॉर्जकैप मिडकैप ने 12.64 फीसदी रिटर्न दिया है। 7 साल में फंड ने 15.98 और बेंचमार्क ने 14.88 फीसदी तथा 10 साल में फंड ने 14.36 एवं बेंचमार्क ने 13.15 फीसदी का रिटर्न दिया है। किसी ने 7 साल पहले 10 हजार रुपए का निवेश किया होगा तो फंड में यह राशि 28,233 रुपए हो गई होगी, जबकि बेंचमार्क में यह 26,411 रुपए ही हुआ होगा। 10 साल में यही राशि फंड में 3.8 गुना बढ़कर 38,263 रुपए, जबकि बेंचमार्क में 34,400 रुपए हुई होगी।
एसआईपी की बात करें तो इस फंड की एसआईपी का रिटर्न 7 सालों में 14.02 फीसदी रहा है, जबकि बेंचमार्क का रिटर्न 13.17 फीसदी रहा है। फंड की 10 साल की एसआईपी का रिटर्न 13.56 फीसदी रहा है, जबकि बेंचमार्क का रिटर्न 12.53 फीसदी रहा है। यह फंड वृद्धि और मूल्यवान स्टॉक्स का निवेश के लिए चयन करता है।
वृद्धि मतलब वह स्थापित कंपनियां जो उद्योग में अग्रणी, इक्विटी पर बेहतर रिटर्न, युवा कंपनी, उच्च वृद्धि, परिचालन का लाभ, उद्योग से बेहतर वृद्धि का नजरिया और विस्तार में सही भूमिका निभाती हो, जबकि मूल्यवान परिसंपत्तियों वाली वह कंपनियां जो टर्नअराउंड और लाभ कमाने की स्थिति में हो। यह फंड बॉटम अप एवं टॉप डाउन के नजरिया का पालन करता है। फिलहाल कंज्यूमर डिस्क्रेशनरी, इंडस्ट्रियल और एनर्जी में यह ओवरवेट है, जबकि कंज्यूमर स्टेपल्स और मटेरियल्स में अंडरवेट है।
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