यहां पेयजल लाइन : परकोटा का अधिकतर हिस्सा, शहर की पॉश कॉलोनियां।
यहां ट्यूबवैलों का सहारा : जगतपुरा, पृथ्वीराजनगर, सांगानेर, वैशालीनगर।
यहां टैंकरों के भरोसे : चारदिवारी का कुछ हिस्सा, ईदगाह, जयसिंहपुरा खोर, आमेर सहित शहर से सटे कई इलाके।
40 लाख की आबादी है शहर की, जिनमें से ५ लाख से अधिक लोग झेल रहे हैं पानी की किल्लत
15 से अधिक वार्ड हैं नगर निगम के, जिनमें पानी की ज्यादा परेशानी
45.5 करोड़ लीटर पानी आ रहा है बीसलपुर से रोजाना
5.5 लाख पानी के कनेक्शन
07 करोड़ लीटर पानी ट्यूवैल से पहुंचता है लोगों के पास
दिनेश सैनी, अतिरिक्त मुख्य अभियंता, जलदाय विभाग
झोटवाड़ा 65 से 75
सांगानेर 55 से 60
आमेर 45 से 55
मालवीयनगर 55 से 65
परकोटा 50 से 60 गोनेर का जगदीश तालाब, जो लगभग डेढ़ दशक से पानी को तरस रहा है। केचमेंट एरिया में अतिक्रमण और निर्माण होने के कारण बारिश के दौरान यहां कम ही पानी आ पाता है। जयपुर और आसपास ज्यादातर जल स्रोतों की स्थिति इसी तरह चिन्ताजनक है।