scriptकर्नाटक में संकट : विश्वास मत प्रस्ताव पर फिर नहीं हुई वोटिंग | Karnataka Crisis: Again No Voting On Confidence Motion, Now on Tuesday | Patrika News

कर्नाटक में संकट : विश्वास मत प्रस्ताव पर फिर नहीं हुई वोटिंग

locationजयपुरPublished: Jul 23, 2019 03:23:46 am

Submitted by:

sanjay kaushik

कर्नाटक में संकट(Karnataka Crisis) : विश्वास मत(Confidence Motion) प्रस्ताव पर फिर नहीं हुई वोटिंग(No Voting), सदन(Assembly) की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित(adjourned), -भाजपा(BJP) का आरोप(Allegation) : बहस के नाम पर प्रस्ताव तीन दिन खींचा गया(Voting Delayed), कार्यवाही अब और स्थगित नहीं होगी : स्पीकर(Speaker ) कुमार, संविधान-नियमों में बहस और मतदान की समय सीमा तय नहीं(No Time Limit)।

-मुख्यमंत्री कुमारस्वामी विश्वास मत पर वरिष्ठ नेता सिद्दारमैया के साथ रणनीति बनाते हुए।(फाइल फोटो)

-मुख्यमंत्री कुमारस्वामी विश्वास मत पर वरिष्ठ नेता सिद्दारमैया के साथ रणनीति बनाते हुए।(फाइल फोटो)

-सदन की कार्यवाही मंगलवार तक स्थगित
-जनता दल (एस)-कांग्रेस सदस्य अपनी जिद पर अड़े
-भाजपा विधायकों ने कई बार की वोटिंग की अपील
-भाजपा का आरोप : बहस के नाम पर प्रस्ताव तीन दिन खींचा गया

बेंगलूरु। कर्नाटक विधानसभा में मुख्यमंत्री एच.डी. कुमारस्वामी की ओर से पेश किए गए विश्वास मत प्रस्ताव पर प्रक्रिया सोमवार को भी पूरी नहीं हुई और विधानसभा अध्यक्ष के.आर. रमेश कुमार ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक लिए स्थगित कर दी। रमेश कुमार ने अपनी ओर से सोमवार को इस प्रस्ताव पर बहस पूरी कराने की पूरजोर कोशिश की, लेकिन सत्तारूढ़ जनता दल (एस)-कांग्रेस सदस्य अपनी जिद पर अड़े रहे। पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येद्दिूयुरप्पा के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष से कई बार सोमवार को ही विश्वास मत प्रस्ताव पर वोङ्क्षटग कराने की अपील की। भाजपा सदस्यों का कहना था कि इस प्रस्ताव को अनावश्यक रूप से बहस के नाम पर तीन दिन खींचा गया।
-आज शाम पांच से छह बजे की बीच वोटिंग : स्पीकर रमेश कुमार

कांग्रेस और जद (एस) सदस्यों ने विधानसभा अध्यक्ष से विश्वास मत प्रस्ताव पर बोलने के लिए और समय की मांग की। दोनों दलों के सदस्यों का कहना था कि वे उन परिस्थियों पर प्रकाश डालना चाहते हैं, जिसके कारण इस प्रस्ताव को लाना पड़ा। इसके बाद रमेश कुमार ने सदन की कार्यवाही मंगलवार तक के लिए स्थगित कर दिया और कहा कि इस प्रस्ताव पर मंगलवार को शाम पांच बजे से छह बजे के बीच मतदान होगा।
-कार्यवाही अब और स्थगित नहीं होगी : स्पीकर कुमार

विधानसभा अध्यक्ष रमेश कुमार ने आश्वासन दिया कि इस मुद्दे पर सदन की कार्यवाही अब और स्थगित नहीं होगी। विधानसभा अध्यक्ष ने जब सदन की कार्यवाही स्थगित की, तो मुख्यमंत्री कुमारस्वामी तथा उपमुख्यंत्री डॉ. जी. परमेश्वर विधानसभा में मौजूद नहीं थे। उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को मुख्यमंत्री कुमारस्वामी ने सदन में विश्वास मत प्रस्ताव पेश किया था और तब से ही इस प्रस्ताव पर बहस चल रही है और मतदान नहीं हो पाया है।
-संविधान-नियमों में बहस और मतदान की समय सीमा तय नहीं

संविधान और नियम कानून में यह तय नहीं है कि विश्वास प्रस्ताव पर कितने समय में मतदान हो जाना चाहिए। संविधान की इसी चुप्पी का फायदा कर्नाटक में उठाया जा रहा है। इन पहलुओं पर संविधानविद सुभाष कश्यप कहते हैं कि राज्यपाल विधानसभा का अभिन्न अंग है और अनुच्छेद 175 में राज्यपाल सदन को संदेश भेज सकता है। स्पीकर का कर्तव्य है कि वह उसे सदन में रखे और सदन की राय से उस पर फैसला हो, जो कि कर्नाटक में नहीं हुआ।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो