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रात 12 बजते ही बज उठे घंटे-घड़ियाल, हवाई गर्जनाओं के दौरान जन्मे कान्हा

locationजयपुरPublished: Aug 25, 2019 02:19:52 am

Submitted by:

abdul bari

रात 12 बजते ही मंदिरों में घंटे-घडि़याल बज उठे, साथ ही ‘नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की… उद्घोष गूंज उठा। मंदिरों में महाआरती हुई और प्रसाद का वितरण किया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी ( Krishna Janmashtami 2019 in Rajasthan ) पर कन्हैया के स्वागत में छोटीकाशी ने पलक पांवड़े बिछा दिए।

रात 12 बजते ही बज उठे घंटे-घडि़याल, हवाई गर्जनाओं के साथ जन्मे कान्हा

रात 12 बजते ही बज उठे घंटे-घडि़याल, हवाई गर्जनाओं के साथ जन्मे कान्हा

जयपुर

रात 12 बजते ही मंदिरों में घंटे-घडि़याल बज उठे, साथ ही ‘नंद घर आनंद भयो, जय कन्हैयालाल की… उद्घोष गूंज उठा। मंदिरों में महाआरती हुई और प्रसाद का वितरण किया गया। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी ( Krishna Janmashtami 2019 in Rajasthan ) पर कन्हैया के स्वागत में छोटीकाशी ने पलक पांवड़े बिछा दिए। शहर में तड़के से देर रात तक श्रीकृष्ण जन्मोत्सव का उल्लास छाया रहा। आराध्य गोविंददेवजी मंदिर ( Janmashtami in Govind Dev Ji Temple Jaipur ) , पुरानी बस्ती स्थित गोपीनाथजी मंदिर, जगतपुरा स्थित अक्षयपात्र मंदिर, अक्षरधाम मंदिर, इस्कॉन मंदिर, बनीपार्क के राधा दामोदरजी सहित अनेक कृष्ण मंदिरों में ठाकुरजी के दर्शनों के लिए लोग उमड़ पड़े।

इससे पूर्व शनिवार को दिनभर मंदिरों में लंबी-लंबी कतारें लगी रही। शाम होते ही मंदिरों में भजन संध्या, हरिनाम संकीर्तन गूज उठे। मध्यरात्रि में श्रीकृष्ण का जन्माभिषेक किया गया। गोविंददेवजी मंदिर में 31 तोपों की सलामी व आतिशबाजी के बीच जन्माभिषेक हुआ। इस दौरान मंदिर में भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी।
पंचामृत अभिषेक के बाद पीली पोशाक

आराध्य गोविंददेवजी मंदिर ( Govind Dev Ji Temple ) में तड़के ठाकुरजी का मंगला झांकी के बाद पंचामृत अभिषेक हुआ। इसके बाद नवीन पीली पोशाक धारण कराई गई। इसके साथ ही मंदिर में गोविंददेवजी के दर्शनों के लिए भक्तों की कतारें लग गई। शहर गोविंददेवजी के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा। रात को गोविंद मिश्र ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी व्रत कथा का पाठ किया।

तोपों की सलामी से खुले दर्शन

मध्य रात्रि में 31 तोपों की सलामी और विशेष आतिशबाजी के बीच अभिषेक के लिए दर्शन खुले। 6 पंडितों ने वेद पाठ किया। इसके साथ ही 425 लीटर दूध, 365 किलो दही, 11 किलो घी, 85 बूरा, 11 किलो शहद के पंचामृत अभिषेक से ठाकुरजी का जन्माभिषेक किया गया। ठाकुरजी को पंजीरी, खीरसा व रबड़ी का भोग लगाया गया। वहीं पुरानी बस्ती स्थित मंदिरश्री राधा गोपीनाथजी में मध्यरात्रि में ठाकुरजी का जन्माभिषेक किया गया। इससे पहले भजन संध्या हुई। दिनभर गोपीनाथजी के दर्शनों के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी।

108 स्वर्ण, रजत कलशों से अभिषेक

मानसरोवर धौलाई स्थित गिरिधारी दाऊजी इस्कॉन मंदिर में 108 स्वर्ण, रजत कलशों से विभिन्न औषधियों से ठाकुरजी का अभिषेक किया गया। इससे पहले नृत्य नाटिका व प्रतियोगिताओं सहित कई कार्यक्रम हुए। मंदिर में रविवार को नंदोत्सव के साथ मंदिर संस्थापक आचार्य प्रभुपाद का अविरभाव महोत्सव के तहत कई कार्यक्रम होंंगे।
बधाई महोत्सव

पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में पीठाधीश्वर अलबेली माधुरी शरण महाराज के सान्निध्य में ठाकुर राधा सरस बिहारी जू सरकार का अभिषेक, विशेष शृंगार एवं बधाई महोत्सव का आयोजन हुआ।

121 व्यंजनों का लगा भोग

जगतपुरा के अक्षयपात्र स्थित श्रीकृष्ण बलराम मंदिर में भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव मनाया गया। भगवान के विग्रहों का 51 दिव्य द्रव्यों से अभिषेक किया गया। इसके बाद 121 व्यंजनों और 501 किलोग्राम माखन मिश्री का भोग लगाया गया। मंदिर में दिनभर भक्त उमड़े।
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