राजकीय धूलेश्वर आचार्य संस्कृत कॉलेज के ज्योतिष विभाग के सहा. प्रोफेसर पं. पुनीत शर्मा के नेतृत्व में बच्चों को यह परीक्षण दिखाया गया। जंतर-मंतर के पूर्व अधीक्षक ओमप्रकाश शर्मा ने बताया, यह परीक्षण रियासतकाल से होता रहा है। अंग्रेज भी इसे देखने आते थे।
इनकी उपस्थिति में हुआ परीक्षण:
देवर्षि कलानाथ शास्त्री, प्रो. विनोद शास्त्री, पंडित ओमप्रकाश शर्मा, पंडित मातृप्रसाद शर्मा, पंडित पुरुषोत्तम गौड़, पंडित सतीश शास्त्री, पंडित आदित्यमोहन शर्मा, सतीश शर्मा, जंतर-मंतर अधीक्षक शशिप्रभा आदि। परीक्षण में यह आया सामने प्रो. विनोद शास्त्री ने बताया कि पश्चिम से पूर्व की ओर वायु का वेग ईशान कोण पर गया। इससे कहीं अनावृष्टि, कहीं खंड वृृष्टि और कहीं अतिवृष्टि के संकेत मिलते हैं। खंड वृष्टि रामगढ़ बांध के लिए अच्छा संकेत है। पंडित रामपाल शर्मा ने बताया कि पूर्व, उत्तर और ईशान कोण की हवा श्रेष्ठफल देने वाली होती है। अग्निकोण की हवा से अकाल पडऩे का भय रहता है।
अखिल भारतीय प्राच्य ज्योतिष शोध संस्थान की ओर से शास्त्रीनगर स्थित विज्ञान पार्क में ज्योतिषियों ने ध्वजा पताका से वायु परीक्षण कर शहर और प्रदेश मेेंं खंड वर्षा का आंकलन जताया। इसमें बताया कि इस वर्ष रोहिणी का वास तट पर रहेगा, जिससे समयानुकूल वर्षा मध्यम होने के संकेत है। परीक्षण में पं. चंद्रशेखर शर्मा, पंडित दामोदरदास शर्मा, डॉ. नरोत्तम पुजारी, डॉ. रवि शर्मा आदि मौजूद थे।
गोविंददेवजी मंदिर में महंत अंजनकुमार गोस्वामी के सान्निध्य में राजकीय वेधशाला पंचाग, जय विनोदी पंचाग देखकर बारिश का आंकलन किया गया। आदित्यमोहन शर्मा ने बताया कि 23 जुलाई को शुक्र राशि में परिवर्तन कर बुध में प्रवेश करेगा। बुध, शुक्र साथ होते हैं तो अच्छी बारिश होगी। यहां मानस गोस्वामी, ज्योतिषचार्य मोहनलाल शर्मा, प्रवीण बड़े भैया, पंउित पुरुषोत्तम गौड़, ओमप्रकाश शर्मा, विजयशं कर पांडेय आदि मौजूद थे।