यहां तक कि कई बड़े इलाकों तक दूसरे क्षेत्रों से पानी पहुंचाने पर काम शुरू हो गया है। इनमें झोटवाड़ा, जगतपुरा, मालवीयनगर, सिविल लाइन्स, चारदीवारी क्षेत्र शामिल हैं। यहां नए ट्यूबवैल नहीं खोदे जा सकते इसलिए इन इलाकों में दूसरे क्षेत्रों से पानी ट्रांसफर किया जाएगा। ऐसे हालात के बीच जलदाय विभाग ने लोगों से पानी बचाने की अपील की है। उधर, जलदाय मंत्री बीडी कल्ला से लेकर प्रमुख शासन सचिव ने इस मामले में हर दिन की रिपोर्ट मांगी है।
बीसलपुर में पानी की स्थिति – 304.97 मीटर लेवल है अभी – 302 मीटर तक ही पेयजल के लिए पानी – 2.27 टीएमसी पानी बचा है अभी – 330 एमएल पेयजल जयपुर शहर के लिए आ रहा हर दिन
पुराने सिस्टम पर लौटने की नौबत
जिन इलाकों में ट्यूबवैल में सरप्लस पानी आ रहा है, उन्हें प्रभावित इलाकों को जोड़ा जाएगा। जैसे, मालवीयनगर में भूजल की कमी है लेकिन दुर्गापुरा में स्थिति ठीक है तो दोनों इलाकों को जोड़ा जा रहा है। यहां बीसलपुर लाइन से पहले दोनों इलाके पाइपलाइन से जुड़े हुए थे, जो पाइपलाइन अब भी है। इसी के जरिए पानी ट्रांसफर किया जाएगा। इसी तरह चारदीवारी क्षेत्र में लक्ष्मणडूंगरी व पानीपेच से पानी आएगा।
सभी 72 पंप हाउस पर प्लान शहर में 72 पंप हाउस हैं। सभी पर अलग-अलग पानी की मौजूदा स्थिति और जरूरत दोनों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है। इसमें बीसलपुर और ट्यूबवैल से कितना पानी ले रहे हैं, ट्यूबवैल से अब और कितना पानी लिया जा सकता है। यहीं नए ट्यूबवैल खुदाई के प्रस्ताव भी मांगे गए हैं।
– 530 एमएलडी पेयजल सप्लाइ हो रहा है अभी हर दिन – 330 एमएलडी पेयजल बीसलपुर बांध से ले रहे
कंटीजेंसी प्लान बना रहे हैं, जिससे बीसलपुर बांध में अपेक्षित पानी की आवक नहीं होने पर शहर में नियमित तौर पर पेयजल सप्लाइ की जा सके। कुछ और नए ट्यूबवैल के प्रस्ताव पर काम कर रहे हैं। ऐसे इलाके जहां भूजल स्तर नीचे है, वहां सरप्लस वाले क्षेत्रों से पानी पहुंचाया जा सकता है।