सांगानेर सदर के घायल सिपाही महेश कुमार ने बताया कि मंगलवार शाम को वह 2007 के चोरी के मामले में हीरापथ निवासी लालाराम के वारंट की तालीम कराने गया था। घर पर कोई नहीं मिला तो लालाराम को फोन किया तो उसने बांदीकुई होने की बात की। वारंट लेने के लिए उसने परिचत को भेजने की कही।
कुछ देर बाद एक व्यक्ति आया और उसने खुद को लाला का भाई विक्रम बताया। नाम-पता पूछने पर पता चला कि उसका भी 2008 के एक मामले में गिरफ्तारी वारंट आया हुआ है। सिपाही ने उसे पकडऩा चाहा तो वह वहां से भाग गया। सिपाही ने बाइक से पीछा किया तो वह अभिमन्यू पार्क में घुस गया। सिपाही ने उसे दूसरे गेट से पकड़ा तो उसने जेब से चाकू निकालकर तीन वार किए। एक वार से सिपाही के चेहरे पर खरोंच आई और दूसरे से हाथ से वर्दी फट गई। तीसरे वार को सिपाही ने पकड़ लिया, जिस कारण उसकी अंगुलियां कट गई और आरोपी भाग गया। बाद में मानसरोवर थाने पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज करवाई।
विक्रम को पकड़ लाई पुलिस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने आरोपी विक्रम की लोकेशन ट्रेस कर उसे थड़ी मार्केट के पास से गिरफ्तार कर लिया। बाद में सिपाही को थाने बुलाकर शिनाख्त करवाई तो सिपाही ने कहा कि वह उसे पहचान नहीं पा रहा है, पर हुलिया मिलता जुलता ही है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।