जयपुर के अलावा पटना, गुवाहाटी, बनारस, कुरुक्षेत्र और कन्याकुमारी में भी ऐसे क्षेत्रीय अकादमी खोले जाएंगे। इसके अलावा देश भर में छह अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी इन्कुबेशन केंद्र (एस-टीआइसी) भी खोले जाएंगे, जहां अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए उत्पाद तैयार होगा।
इन्कुबेशन केंद्रों की स्थापना निजी क्षेत्र के सहयोग से की जाएगी, लेकिन अंतरिक्ष अकादमी इसरो का अपना केंद्र होगा, जिसमें निजी क्षेत्र शामिल नहीं होंगे। पहले इन्कुबेशन केंद्र की स्थापना त्रिपुरा की राजनधानी अगरतला में की गई है। इसका उद्घाटन मंगलवार को त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लब कुमार देव ने बेंगलूरु से रिमोट द्वारा किया।
अगरतला के अलावा ऐसे 5 और केंद्र जालंधर, नागपुर, इंदौर, भुवनेश्वर और त्रिची में स्थापित किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि देश के छह विश्वविद्यालयों में इसरो के शीर्ष वैज्ञानिकों के नाम पर पीठ स्थापित जाएगी। पहले पीठ का नामकरण प्रोफेसर सतीश धवन के नाम पर होगा और इसका उद्घाटन आगामी 11 अक्टूबर को जम्मू विश्वविद्यालय में होगा। अन्नामलई विश्वविद्यालय में डॉ श्रीनिवासन पीठ स्थापित होगा। जिन वैज्ञानिकों ने देश के विकास में अतुलनीय योगदान दिया है, उनके नाम पर ऐसे पीठ स्थापित किए जाएंगे।