गृहमंत्री अमित शाह ने ऋचा तोमर 1973 बैच आईपीएस ऑफिसर की ट्रॉफी प्रदान की। इन्हें राजस्थान कैडर मिला है। अब जल्द ही ये राजस्थान में तैनात की जाएंगी। उत्तरप्रदेश के बागपत की रहने वाली ऋचा तोमर 24 अगस्त को आईपीएस बन गई हैं। ये उत्तरप्रदेश के बागपत के किसान राजेन्द्र पाल सिंह की बेटी हैं। परिवार में इनके अलावा पांच बहनें और एक छोटा भाई है। ऋचा तोमर का साल 2017 की यूपीएसी परीक्षा में चयन हुआ था। इनके ढाई साल का बेटा शिवांश है। पति रजनीश दिल्ली पुलिस में एसीपी हैं।
रिचा तोमर वर्ष 2016 बैच की आइपीएस अधिकारी हैं। उत्तर प्रदेश निवासी रिचा ने शनिवार को दीक्षांत परेड़ का नेतृत्व भी किया। राजस्थान काडर के कई आइपीएस ट्रेनिंग के दौरान इस तरह के खिताब हासिल कर चुके हैं। इससे पहले वर्ष 2010 बैच के आइपीएस पारिस देशमुख व 2003 बैच के नितिन दीप सर्वोत्तम प्रशिशु का खिताब हासिल किया था।
ऋचा तोमर ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि भारतीय पुलिस सेवा ज्वाइन करने के बाद उनका पहला काम महिलाओं से जुड़े अपराधों को खत्म करना होगा। प्रशिक्षण के दौरान ऋचा के सामने कई चुनौतियां भी थी।
ऋचा ने बताया कि अकादमी में शारीरीक और अकादमिक तौर पर सक्षम होना जरूरी है। जब आप अपने लक्ष्य को समर्पित होते हैं, तो उसे हासिल कर लेते हैं। उन्होंने बताया कि प्रशिक्षण लेने के बारे में उलझन में थी, लेकिन मेरे ससुराल वालों और परिवार के सदस्यों ने मेरा समर्थन किया और आज मैं यहां हूं।